महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में सीएम की रेस से बाहर निकले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार? शरद ऋतु-कांग्रेस की दावेदारी को समर्थन के पीछे क्या वजह है

बीजेपी (यूबीटी) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने मंगलवार को घोषणा की कि वह महाराष्ट्र को ‘बचाने’ के लिए गठबंधन में सहयोगी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र नेता) द्वारा घोषित मुख्यमंत्री के किसी भी चेहरे का समर्थन करेंगे। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या सीएम पद की रेस में शामिल होने के लिए गए थे सीएम पद के उम्मीदवार? टिकर की पार्टी महा विकास आघाडी (वीए) में शामिल है। उन्होंने यह घोषणा की है कि जब उनकी सहयोगी कांग्रेस को हरियाणा में झटका लगेगा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लगातार तीसरी बार सरकार बना रही है।

मुंबई में नागरिक समाज के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर ने महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाया कि अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कार्यक्रम के जरिए फर्जी बहस पेश करने की कोशिश की जा रही है। ठाकरे ने ‘महायुति’ गठबंधन सरकार की महत्वाकांक्षी ‘लड़की बहिन’ योजना की आलोचना करते हुए दावा किया कि सरकार लोगों को ‘महाराष्ट्र धर्म’ के लिए मजबूर कर रही है।

शिंदे सरकार पर ज़ोरदार संरचनात्मक संरचना

महाराष्ट्र सरकार की ‘लड़की बहन’ योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है। उन्होंने मुख्यमंत्री एननाथ शिंदे नीति आयोग, भारतीय जनता पार्टी और अजित नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की महायुति सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, ”आश्वासनों की बारिश हो रही है, लेकिन आश्वासन के समर्थकों का मामला फीका पड़ गया है।” ”

उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की 288 जालंधर विधानसभा में अगले महीने चुनाव होने की संभावना है। ठाकरे ने कहा, ”मुझे तब भी यही कहा था और अब भी यही कह रहा हूं कि कांग्रेस या राकांपा (सपा) को कोई चेहरा (मुख्यमंत्री पद के लिए) घोषित करना चाहिए। कांग्रेस और राकांपा (सपा) को एक स्वर में बोलना चाहिए। मैं उनके द्वारा किसी भी पक्ष का समर्थन करने की घोषणा करता हूं, क्योंकि मुझे मेरा महाराष्ट्र प्रिय है।… मेरा संकल्प महाराष्ट्र की रक्षा के लिए भी कुछ करने का है।”

पहले से ही सीएम के घोषणापत्र के पक्ष में हैं ताकर

अख्तर ने अगस्त में जोर दिया था कि चुनाव के बाद सबसे अधिक सीट वाले दल को मुख्यमंत्री द्वारा चुने जाने के बजाय इलेक्ट्रानिक गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीई) को चुनाव में जाने से पहले मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करना चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा कि वह कांग्रेस या राकांपा (सपा) द्वारा घोषित किसी भी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का समर्थन करेंगी। कांग्रेस और राकांपा (सपा) ने तब स्पष्ट कर दिया था कि वे किस विधानसभा क्षेत्र के चुनाव नतीजे (मुख्यमंत्री के चेहरे) आने तक इस क्षेत्र में नहीं जाना चाहते।

ठाकरे ने मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर गुजरात और देश के बाकी हिस्सों के बीच ‘दीवार’ का दावा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कभी भी ‘गुजराती-मराठी’ विवाद नहीं रहा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘भूमिपुत्रों’ को न्याय मिलना चाहिए लेकिन यह अभिप्राय नहीं है कि उनकी पार्टी किसी की दुश्मन है। उन्होंने कहा, ”हमारी लड़ाई उन सेनाओं के साथ है जो भारत विरोधी और महाराष्ट्र विरोधी हैं।”

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *