कौन हैं जेपीसी की बैठक में बोतल तोड़ने वाले टीएमसी न्यूनतम, क्रोम में खेल खत्म हो गए हैं किट-किट चू
वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा को लेकर आयोजित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में ओपीडी कांग्रेस (टीएमसी) ने अल्पसंख्यक कल्याण भंगारियों की हलचल मचा दी। इस दौरान टूटे हुए में उन्होंने एक कांच की बोतल के जोर से महीने पर पटक दी, जिससे कांच के टुकड़े उनके टुकड़ों में घुस गए और वे घायल हो गए। उनके इस आक्रामक व्यवहार के बाद उन्हें एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया है। घटना के बाद जापान के अध्यक्ष जगदंबिका पाल के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया गया और कांच की बोतल तोड़ने पर उनके निलंबन की मांग की गई, जिस पर समिति ने बहुमत के विचार रखे।
वक्फ बिल पर नारानसी के सदस्य रेजिडेंस कमेटी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल के असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने और कांच की बोतल तोड़ने वालों के लिए सामान्य नियम 261 और 374 (1) (2) के तहत एक दिन और दो बैठकों के के लिए निलंबित कर दिया गया। आरबीआई के निलंबन की मांग करने वाले प्रस्ताव के पक्ष में नौ और नामांकन में आठ वोट पड़े।
कल्याण बनर्जी इससे पहले भी अपने बुनियादी ढांचे को लेकर चर्चा में रह रहे हैं। 67 साल की उम्र में वकील रह चुके हैं और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के वफादार माने जाते हैं। कल्याण बार्सिलोना के अस्थिरतावादी नेता पर स्टॉकिस्ट इंजीनियर बने रहते हैं। वे पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पर कटाक्ष कर रहे हैं। इतना ही नहीं, जब उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे, तब भी बनर्जी ने उनके खिलाफ कई बार आलोचनात्मक बयान दिये थे।
बनर्जी का राजनीतिक सफर काफी भारी चल रहा है। वे 2009 से पश्चिम बंगाल की लोकसभा सीट से तीन बार न्यूनतम रह गए। इससे पहले 2001 में पश्चिम बंगाल विधानसभा के सदस्य बने थे। 2009 में मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य की आलोचना के बाद वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में आये और उनके बाद से ही उनकी संगीत रचना का निर्देशन जारी रहा। हाल ही में उन्होंने नोम में ‘किट-किट’ कहा, जिसमें बीजेपी के 400 के दशक के दावे पर हमला बोला गया था, जिससे ब्यूटीफुल वीडियो खूब वायरल हुआ था।