
रामलला प्राण प्रतिष्ठा की सालगिरह पर भव्य कार्यक्रम, राम राज्याभिषेक और वयोवृद्ध संत ने बांधा समा
आखरी अपडेट:
सतना समाचार: 11-12 जनवरी को टाउन हॉल में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ और स्वामी विवेकानंद जयंती का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। राम जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक का नाट्य मंचन किया गया।
उत्तर: हिंदू पंचांग के अनुसार अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली सालगिरह पर महासभा में भव्य आयोजन किया गया। इस 11 और 12 जनवरी को टाउन हॉल में दो दिव्य कार्यक्रम आयोजित किये गये, जिसमें हजारों की संख्या में गरीब नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
राम जन्म से राज्याभिषेक तक का मंचन
कार्यक्रम के पहले दिन प्रभु श्रीराम के जीवन पर आधारित नाट्य मंच प्रस्तुत किया गया, जिसमें उनके जन्म से लेकर राज्य अभिषेक तक की कहानी दिखाई गई। श्रीराम की शुरूआत के समय स्टेडियमोरियम “जय श्री राम” और “हर हर महादेव” के जयकारों से गूंज उठा। इस अद्भुत प्रदर्शन का निर्देशन रामदास पुणे द्वारा किया गया है।
स्वामी विवेकानंद जयंती पर सलाहकार
12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती के नामांकन में “योद्धा संत” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य बच्चों और युवाओं को बौद्ध धर्म के जीवन और विचारों से प्रेरित करना था। इस दौरान स्वामी विवेकानंद के गौरवशाली इतिहास और उनके विचारों पर प्रकाश डाला गया।
शहर के बुजुर्गों एवं विद्यार्थियों की विशेष उपस्थिति
कार्यक्रम में शहर के वरिष्ठ नेताओं, अधिकारियों और प्रतिष्ठित लोगों ने अध्ययन किया। साथ ही स्कूल और कॉलेज के छात्रों और प्रोफेसरों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। एक्सेल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. श्रीहरि पैंडेज़ ने कहा कि इस मंच को देखकर उन्हें बेहद आनंद आया। उन्होंने बताया कि कॉलेज के 100 से अधिक प्रोफेसर भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनें।
यूक्रेन को जीवित रखने का प्रयास
कार्यक्रम संचालन समिति की सदस्या मनीषा सिंह ने लोकल 18 को बताया कि यह आयोजन सनातन धर्म और ईसाई धर्म को जीवित रखने का एक प्रयास है। टाउन हॉल पूरी तरह से भरा हुआ है और लोग उत्साह से इन कार्यक्रमों का आनंद ले रहे हैं।