मध्यप्रदेश

इंदौर में 1 रुपये से लेकर 1 लाख तक की राखी, इस बार बिक रही 3 फीट की स्पेशल राखी, देखें वैरायटी

इंदौर: यूनेस्को को यूनेस्को में बाजार में बेचा गया है। रंग-बिरंगी राखियां के बाजार में हर साल की तरह इस बार भी अलग-अलग तरह की राखियां देखने को मिल रही हैं। जहां बच्चों को आकर्षित करने के लिए डोरेमोन, छोटा भीम, मोटू-पतलू जेरी, पिकासु, ब्लैक पैंथर राखियां आई हैं, वहीं बड़ों के लिए रुद्राक्ष, ब्रेसलेट और मोतियों से बनी राखियां हैं।

इंदौर में सोने-आगे की राखियों के लिए सराफा बाजार तो रोली-धागे की राखियों के लिए रानीपुरा का थोक बाजार बिक गया है। सर्राफा बाजार के पंकज जैन कहते हैं कि चांदी की राखियों को लेकर खास क्रेज है। लोग सोशल मीडिया पर देखकर अपनी पसंद की राखी बनवा रहे हैं। उपयोगिता कीमत 200 से 5000 तक है। इसमें लाइट वेट और नई वैराइटी है.

एक लाख तक की राखी
सराफा बाजार के उत्साही जैन कहते हैं कि इस साल सोने के दानों के साथ 3 फीट की राखी का नया ट्रेंड सामने आया है, जो खास तौर पर 92.5 टंच चांदी की राखियां और 91.6 टंच शुद्ध सोने की राखियां लोगों को पसंद आ रही हैं। खास बात ये है कि इसे सालभर पहने रखा जा सकता है. इसका रंग भी फेड नहीं होता. इस साल राखी की कीमत 1 हजार से लेकर 1 लाख तक है। नए डिजाइन के साथ ही कस्टमाइज्ड वास्तुशिल्प राखियां भी हैं। सोने-अप्लायंस के भाव के भाव-पटाख के बाद भी ग्राहक कथित राखियों की जगह महाराष्ट्र, ड्यूरेबल और लाइट वेट वस्तुओं की दिशा में रुख कर रहे हैं।

टुकड़े टुकड़े की राखियाँ
इस साल बच्चों के लिए कंपास सेट है, जिसमें चॉकलेट और चांदी की राखियां हैं। इसकी कीमत 1500 के करीब है. डिस्काउंट के अकाउंट से ऑफर राखी की कीमत 1100 से शुरू हो रही है। इसके अलावा चांदी की राखियां और सोने की राखियां भी बाजार में हैं। वैसे तो सोना- सोते के बढ़ते दाम के कारण ये राखियां बिखरी हुई हैं। डेज़ साल सोना 55 हजार प्रति ग्राम था, जो आज 72 हजार में है। चांदी भी 60 से 81 हजार किलो पर पहुंच गई है. इसके बावजूद सोने-रेबेरिया की राखी को लेकर लोगों का रुझान कम नहीं है।

लकड़ी की राखियों का भी क्रेज़
वहीं, रानीपुरा की न्यू लक्ष्मी एजेंसी के हितेश बालचंदानी ने बताया कि इस साल करीब 4 हजार से ज्यादा डिजाइन की राखियां बाजार में हैं। ये 5 से 1500 रुपये तक थोक भाव में बिक रही हैं, यानि 40 पैसे से लेकर 150 रुपये तक की राखी मिल रही हैं। इनमें लाइट, म्यूजिक, बटीक, चंदन, लकड़ी, रुद्राक्ष, मोती, रत्न, धनु, श्री राम, ॐ, स्वास्तिक, वर्णमाला वाली राखियां भी हैं। ब्रेसलेट राखी तो हमेशा से ही मांग में रहती है। रंगीन बिरंगे पत्थरों को रेशमी चश्मे में पिरोकर बनाई गई राखियों के साथ ही सिल्वर-सोने जैसी दिखने वाली राखियां भी हैं। यह राखियां खीरची में 10 से लेकर 800 रुपये तक हैं।

बच्चों के लिए कई वस्तुएं
बाज़ार में राखियाँ भी एक जैसी होती हैं। राखियों की किताबों में कुछ सामग्री भी मिल रही है, इनमें कूक, चावल, मौली, नारियल, मिश्री और गंगाजल जैसी सामग्री शामिल है। बच्चों के बीच डोरेमोन, छोटा भीम और आयरन मैन जैसे कार्टून वाली राखियों की मांग है। घड़ी और आकर्षक बैंड राखियां भी हैं। थोक बाजार में गिरावट है, लेकिन थोक बाजार अच्छा चल रहा है। रानीपुरा होलसेल मार्केट है, तो यहां इंदौर के आसपास के व्यापारी खरीदारी करने आते हैं।

टैग: इंदौर समाचार, लोकल18, रक्षाबंधन

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