मैं भी सीएम बनना चाहता हूं लेकिन…महाराष्ट्र की सीता में अजित पवार ने फोड़ा बम, क्या बोलेगा महायुति में मोरन
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के आगमन से पहले राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है। सौरव महायुति (भाजपा, महागठबंधन) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रमुख अजित अख्तर ने पहली बार मुख्यमंत्री बनने की अपनी इच्छा का खुलासा किया है। पुणे के दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर में पूजा के बाद ने कहा, “हर तरह से मुझसे भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा है।” लेकिन मुख्यमंत्री बहुमत के लिए रिपब्लिकन तक बन जाते हैं। हर किसी की पूरी चाहत नहीं होती।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विधानसभा चुनाव में महायुति का नेतृत्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हाथ में रहेगा। उन्होंने कहा, ”हम सभी महायुति को सत्ता में लाने का प्रयास कर रहे हैं।” चुनाव के बाद हम सामूहिक मुख्यमंत्री के चयन पर निर्णय लेंगे।”
इस समय, बीजेपी नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं, जबकि कुछ बीजेपी नेता सामूहिक को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की कोशिशें कर रहे हैं। कांग्रेस के कुछ नेताओं ने अजित पवार को भी मुख्यमंत्री के रूप में प्रचारित करने वाले पोस्टर लगाए, जिससे महायुति में गठबंधन और भी गरम हो गए।
अंतिम संस्कार के सदस्यों ने हाल ही में कहा कि पद का निर्णय भाजपा के संसदीय बोर्ड द्वारा लिया जाएगा और यह निर्णय प्रमुख नेताओं द्वारा लिया जाएगा, जिसे सभी स्वीकार करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि महायुति के सहयोगियों के बीच इस मुद्दे पर कोई असंतोष नहीं है और हम शिंदे के नेतृत्व में चुनावी लड़ाई लड़ेंगे। मगर अजीत राइटर के इस बयान में कहा गया है कि महाराष्ट्र की नासिक में हलचल मचा दी है और महायुति के ताकतवर मोरचा को लेकर स्टॉकलों का बाजार गर्म हो गया है।