उत्तर प्रदेश

कृष्णा ने आखिरी बार कहा, लेकिन खेल कर दिया इम्तिहान, चुनाव के लाए अभी से चल दिया दांव, संयोजक पूरा गणित

अरविंद केजरीवाल ने नए कार्यकर्ताओं के रूप में एक प्रमुख उम्मीदवार के रूप में चयन किया, तो भाजपा-कांग्रेस समेत सभी मंडलों ने इसे सिर्फ मेकओवर रखा। कहा- कुछ भी नहीं बदलेगा, सरकार जनरल ही चलेंगे। लेकिन एग्रीमेंट खेल कर दिया गया. उन्होंने अभी से दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बड़ा दांव चला दिया। बसपा के उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने कहा कि बेस्ट ने एक बार फिर से अपनी पार्टियों को धोखा दे दिया। उनके पास मौका था, तो दल से सीएम बन सकते थे, लेकिन शेख़ी ऐसा नहीं चाहते थे. आइए अंश हैं पूरे का पूरा विवरण

आकाश आनंद ने ट्विटर पर लिखा, अरविंद केजरीवाल ने शराब के नशे में धुत होकर दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उनका आदेश आतिशी सिंह को नए सीएम द्वारा दिया जा रहा है। यह प्रामाणिक के दल समाज के साथ धोखा है. इस जजमेंट से एक बार फिर से चौंकाने वाला प्रेम स्पष्ट रूप से सामने आया है। आकाश आनंद ने लिखा, दिल्ली के दलित समाज को उम्मीद थी कि सीएम उनके समाज से होंगे लेकिन अरविंद केजरीवाल, मनीषी सिसौदिया, संजय सिंह और अब आतिशी सिंह पर भरोसा है, आम आदमी पार्टी के दलित समुदाय पर नहीं। आम आदमी पार्टी ने बहुत ही चालाकी से ‘झाड़ू’ सिंबल लेकर दिल्ली के जादू को धोखा दिया है। आगामी चुनाव में दिल्ली के लोग इस पिछड़ेपन का जवाब देंगे।

दल-पटल सीएम की लग रही थी अनाउंसमेंट
एटी स्कीशी के नाम की घोषणा से पहले नवीनता निकली जा रही थी कि सबसे पहले अरविंद केजरीवाल की प्लीसी पार्टी सीएम पद के लिए तीसरी बार रिलीज हो सकती है। कोंडली से आम आदमी पार्टी के प्रमुख व्लादिमीर कुमार का नाम भी लिया जा रहा था. भारत के सबसे बड़े सामान की आपूर्ति के लिए यहां आएं। उनके पृष्ठ एमसीडी में सफाई कर्मचारी हैं और आज भी वर्कशॉप पर मसाले लगे दिखेंगे। राखी बिडलान का नाम भी लिया जा रहा था, राखी बिडलान का नाम भी लिया जा रहा था, राखी बिडलान का नाम भी कम्यूनिटी से लिया गया था। आप की मजबूत नेता के रूप में डांस ग़ालिब करना है। मंगोलपुरी से विधायक राखी बिडलान मंत्री भी रह रहे हैं और स्थिर वैजाइना विधानसभा क्षेत्र की डिप रथी बिडलान मंत्री भी रह रहे हैं। इस दावे को लेकर दावा भी किया जा रहा है कि कुछ महीने में पार्टी की कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल होने वाले 2 बड़े नेता प्रिंस आनंद और रेजिडेंट पाल गौतम आम आदमी पार्टी को अलविदा कहा जा रहा है। ऐसे में कहा जा रहा था कि सीएम के टिकट पर मैसेज देने के लिए कुछ प्लास्टिक पार्टियाँ भेजी जा रही थीं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

दल शीर्षक इतना महत्वपूर्ण सिद्धांत पूर्ण खण्ड?

  • दिल्ली में दल फ़्लोट्स की जनसंख्या 16.75% है। 15 विधान सभा दृश्य ऐसे हैं, जहां दल जीत हार तय करते हैं।
  • दिल्ली की 70 सदन सभा में 12 तीर्थस्थल समुदाय के लिए आरक्षित निवास हैं।
  • दल शीट-अलनाटकसंख्यक पहले कांग्रेस के विचारधारा वाले मतदाता माने जाते थे। इन दम पर कई बार कांग्रेस की सरकार बनी।
  • हालाँकि, पिछले लोकसभा चुनाव में दलित वोटर्स की ओर से बीजेपी की ओर रुख किया गया था।
  • दल बाहुल्य इन 12 आरक्षण सत्र में से 9 पर भाजपा को बढ़त देखने को मिली।
  • बीजेपी की ओर से पार्टियों का वोट शेयर कम हो गया है।
  • लोकसभा चुनाव में बीएसपी का वोट शेयर 1.08 प्रतिशत से कम 0.70 प्रतिशत रह गया।
  • नई दिल्ली से बीएसपी के टिकट पर चुनाव में उतरे राजकुमार आनंद 1179 वोट ही पा सके।
  • बीस ऐप इस कमी को पूरा करना चाहता है। उनका फोकस विधानसभा चुनाव है।

टैग: अरविंद केजरीवाल, आतिशी मार्लेना, बसपा, मायावती

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