क्राइम

वैज्ञानिक दिलवा देंगे, अधिकांश हाईलाइट मत काइगा- डीपीओ और एनकॉटेंट, कस्तूरबागांधी स्कूल में मौत का मामला-कस्तूरबा-गांधी-स्कूल-छात्र-मृत्यु-पुलिस-रहस्य-आत्महत्या-हत्या

दरभंगा : मनोवैज्ञानिक जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली कक्षा 7 के चमत्कार की गुत्थी सोने का नाम नहीं ले रही है। परिवार के सदस्य परमाणु ऊर्जा संयंत्र की हत्या के बारे में बता रहे हैं। वहीं प्रशासनिक विद्यालय स्कूल की मृत्यु की वजह से होने वाली बीमारी बताई जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच के लिए टीम की तरफ से जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारी इस मामले पर कुछ भी बयान देने से लेकर नौकरी तक कर रहे हैं.

तारीख 9 सितम्बर, अपने पिता के साथ स्कूल की दुकान है। उनके पिता उन्हें आश्रमी स्कूल में छोड़कर घर चले आये थे। 15 सितंबर को स्कूल से फोन आता है कि आपकी बेटी का स्कूल खराब है। साक्षी के पिता दीपक कुमार ने अपनी साले को बेटी की खैर-खबर लेने के लिए स्कूल जाने के लिए कहा और वह स्कूल के लिए निकल पड़े। जब वह स्कूल पहुंचा तो पता चला कि स्कूल वाले शाम को अस्पताल लेकर गए हैं। अस्पताल पहुंचे दीपक कुमार ने देखा कि स्कूल स्टाफ के लोग पुलिस प्रशासन के साथ हैं और उनकी बेटी मर चुकी है। इसके बाद शव को शव को कहीं और भेज दिया गया। मामला बहेड़ी थाने के अंतर्गत आने वाले कस्तूरबा गांधी विद्यालय का है। मृत्‍यु विश्‍वविद्यालय, पवित्रपुर थाना क्षेत्र के श्रीरामपुर पिपरा गांव के निवासी थे।

डीपीओ और एनक्यूटेंट ने पिता पर बनाया दबाव
साक्षी के पिता दीपक कुमार भारती के वकील हैं कि अस्पताल में मौजूद खाताधारक राजेश कुमार और डीपीएस ने मुझे बताया कि मामला सामने नहीं आया है। कुछ वैज्ञानिक भी आपको दिलवा देंगे. मृतक साधू के पिता का कहना है कि मुझे न्याय मिलना चाहिए। मेरी बेटी को कोई बीमार नहीं था. हम हंसते-हंसते स्कूल खत्म हो गए थे।

वार्डन पर पीटने का आरोप
दीपक कुमार के दोस्त अविनाश प्रसाद पासवान ने बताया कि रेखा कुमारी के वहां वार्डन में 1000 रुपए की चोरी हो गई थी। इसकी वजह से उन्होंने सभी बच्चों की तलाश ली। यूक्रेन के दौरान सैड बैग से 1000 हजार रुपए निकले, इसके बाद उन्होंने शानदार छत पर लेबेलियन्स की कमाई की। जब वह नीचे उतरी तो साईं की छोटी बहन को ऊपर जाने के लिए कहा, जब वह ऊपर गई तो देखा कि साईं की छोटी बहन ऊपर बेसुध पड़ी है। इसके बाद कर्मचारियों ने ग्राहकों को देखा और घर पर फोन किया। साईं की छोटी साझीदार कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में ही पढ़ाई करती है और वह कक्षा 6 का शिलान्यास करती है।

पहले प्रकाशित : 20 सितंबर, 2024, 20:27 IST

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