महाराष्ट्र

चुनाव से पहले शिंदे सरकार का ट्रम्प कार्ड, ब्राह्मण-क्षत्रिय कल्याण बोर्ड का खात्मा; बजट भी बताएं

शिंदे सरकार ने ब्राह्मण समुदाय के कल्याण के लिए ‘परशुराम आर्थिक विकास निगम’ और राजपूत समुदाय के कल्याण के लिए ‘वीर शिरोमणि अर्थशास्त्री प्रताप आर्थिक विकास निगम’ का गठन करने का निर्णय लिया है। दोनों के लिए 50-50 करोड़ रुपये का ऑफर भी दिया गया है।

प्रमोद प्रवीण एण्डीमुंबईसोमवार, 23 सितंबर 2024 02:39 अपराह्न
शेयर करना शेयर करना

महाराष्ट्र में विधान सभा चुनाव से पहले राज्य के एकनाथ शिंदे सरकार ने बड़ा दांव खेला है। शिंदे सरकार ने आज राज्य में ब्राह्मण और राजपूतों के आर्थिक रूप से फ़्रांसीसी कल्याण के लिए दो अलग-अलग निगमों के गठन का निर्णय लिया है। ब्राह्मण समुदाय के लिए ‘परशुराम आर्थिक विकास निगम’ और राजपूत समुदाय के लिए ‘वीर शिरोमणि साहित्यकार प्रताप आर्थिक विकास निगम’ का गठन करने का निर्णय लिया गया है। सिद्धार्थ ने दोनों कल्याण बोर्डों के लिए 50-50 करोड़ रुपये का अकाउंट भी बनाया है।

महाराष्ट्र में ब्राह्मण समुदाय इस बोर्ड कल्याण की स्थापना को लेकर कई दिनों से विरोध-प्रदर्शन कर रहा था। विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में नीतीश की मांग को लेकर कई समुदाय आक्रामक हो गए थे। इसी तरह शिंदे सरकार ने लिया ये फैसला. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की नासिक में हुई अहम बैठक में आज 24 तारीख को फैसला सुनाया गया। इसमें तीन कुनबी उपजातियों को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में शामिल करने का निर्णय शामिल है। माना जा रहा है कि राज्य की महायुति सरकार ने इन समुदायों के माध्यम से उन लोगों को खुश करने की कोशिश की है, ताकि उनके लालची लाभ मिल सकें।

महाराष्ट्र सरकार ने पुणे हवाई अड्डे पर एक और जज का नाम जगगुरु संत तुकाराम महाराज पुणे इंटरनेशनल एयरक्राफ्टपट्टन करने के प्रस्ताव को सोमवार को मंजूरी दे दी है। एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार की महासभा की बैठक में यह निर्णय लिया जाएगा और प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा। राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने हवाई अड्डे का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। मोहोल पुणे से ही हैं। मोहोल ने भाजपा, शिवसेना और राकांपा की महायुति सरकार को फैसले के लिए धन्यवाद दिया।

ये भी पढ़ें:छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र सीमा पर, सुरक्षा बलों ने घेरा, 3 बंधक आवासीय
ये भी पढ़ें:आरपीआई(ए) को महाराष्ट्र में लड़ाई के लिए मिले 10 से 12 द्वार: मंत्री आठवले
ये भी पढ़ें:महाराष्ट्र चुनाव: तारीखों से पहले अंबेडकर की पार्टी ने घोषित किया उम्मीदवार
ये भी पढ़ें:कौन हैं आईएएस सुजाता सौनिक, शिंदे सरकार से क्या विवाद? शेषन पर कैसाम्बाट

उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ”धन्यवाद महायुति सरकार। धन्यवाद वेगवान (फडणवीस) जी। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज हवाईपट्टन के नाम पर रखने के लिए आज पहला कदम उठाया गया है और मेरे प्रस्ताव को राष्ट्रपति की बैठक में पुणे में मिला दिया गया है। अब आगे की प्रक्रिया के लिए केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।” संत तुकाराम कवि भक्ति आंदोलन के प्रसिद्ध संत और विचारक थे। उनका जन्म पुणे जिले में हुआ था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *