आरोपी के एनकाउंटर पर विपक्ष का सवाल, CM बोले- सेल्फ डिफेंस में हुआ, देश न्यूज़
बदलापुर यौन उत्पीड़न के आरोपी का ठाणे के पास हुए एनकाउंटर ने राज्य के राजनैतिक माहौल को गर्मा दिया है। महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी की तरफ से इस एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की आलोचना की गई है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे महायुति सरकार की अक्षमता करार देते हुए कहा कि मामले के सह आरोपी अभी तक भाग रहे हैं और मुख्य आरोपी का एनकाउंटर कर दिया गया। ऐसा लग रहा है जैसे यह पूरी कहानी राज्य सरकार द्वारा लिखी गई है।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर सांसद प्रियंका ने राज्य सरकार पर तंज कसते हुए लिखा कि आरोपी मर चुका है और POCSO के तहत अन्य सह आरोपी, जो स्कूल बोर्ड के सदस्य और साथ ही भाजपा पदाधिकारी थे, भाग रहे हैं। अक्षम सरकार द्वारा लागू की गई गोली मारो और भाग जाओ रणनीति का ऐसा किताबी मामला। अगले भाग में देखिए, किसी ने भी 6 साल के बच्चों का यौन उत्पीड़न नहीं किया। राज्य सरकार द्वारा लिखित,प्रायोजित और क्रियान्वित एक कहानी।
वहीं शिवसेना यूबीटी के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि गृह मंत्री और पुलिस को मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन करना चाहिए क्योंकि इसमें कई संदेह हैं। सरकार और पुलिस को स्पष्टीकरण देना चाहिए और जनता को बताना चाहिए कि क्या हुआ।
विपक्षी हर बात पर सवाल उठाते हैं- सीएम शिंदे
बदलापुर के आरोपी के एनकाउंटर पर विपक्षी सवालों पर सीएम शिंदे ने कहा कि कुछ दिनों पहले तक यही विपक्ष उसे फांसी देने की बात कर रहा था, अगर उसने पुलिस पर हमला किया होगा तो क्या पुलिस अपना बचाव नहीं करती? विपक्ष हर बात पर सवाल उठाता है, मुझे लगता है कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है और इस पर राजनीति करना गलत है।
इसके बाद घटना की जानकारी देते हुए सीएम ने कहा कि आरोपी के ऊपर उसकी पूर्व पत्नी ने यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था।पुलिस वारंट के साथ उसे जांच के लिए ले जा रही थी। इसी दौरान उसने साथ में मौजूद पुलिस वालों से बंदूक छीन ली और एक पुलिस कर्मी नीलेश मोरे पर गोली चलाई, गोली लगने से पुलिसकर्मी घायल हो गया उसे तुरंत ही अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसी दौरान पुलिस की तरफ से आत्मरक्षा में की गई कार्रवाई में अक्षय शिंदे को भी गोली लग गई। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उनकी मौत हो गई।
इससे पहले, पिछले महीने ठाणे के बदलापुर शहर में एक स्कूल के बाथरूम में वहीं काम करने वाले अक्षय शिंदे द्वारा दो नाबालिग लड़कियों के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया। बाद में जब लड़कियों ने यह बात अपने घर पर बताई तो यह पूरा मामला सामने आया,जिसके बाद क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। स्कूल ने 1 अगस्त को अक्षय शिंदे को काम पर रखा था और पुलिस के मुताबिक उसने 12 अगस्त को स्कूल के शौचालय में दो नाबालिग बच्चियों के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया था। बाद में 17 अगस्त को आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। जनता के दवाब के बीच कोर्ट की तरफ से पुलिस को कहा गया था कि वह जनता के प्रेशर में आकर आरोप पत्र दाखिल करने में जल्दबाजी ना करे, वह पूरी छानबीन करने के बाद ही अपनी कार्रवाई आगे बढ़ाए।