उत्तर प्रदेश

क्या बाघ से सबसे ज्यादा खुंखार होता है पैंथर? आक्रमण करने पर ऐसे करें बचाव, वास्तुशिल्पी ने गुप्तचरों पर हमला किया

दिपभीत: इन दिनों जंगली जंगल के हमलावरों की घटनाएं आम होती जा रही हैं। वहीं अगर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और तराई के सौंदर्य की बात की जाए, तो यहां बाघ से भी अधिक आबादी के बीच एशिया के आतंकवादी आतंकवादी हो रहे हैं। अवशेषों में राख रहना राहगीर पर, तो पेट्रोलियम खेत में गए किसान पर गोले ने हमला बोला था।

आम तौर पर आबादी के बीच बाघ से अधिक चॉकलेट की चॉकदमी देखने को मिलती है। निवेशकों की पसंद तो बाघ की विशाल डेयरी शिकार की तलाश में आबादी के बीच तक पहुंचते हैं। जहां किसी खाली पड़े स्थान में ये अपना स्थान जमा होते हैं। वहीं बाघों के गोदामों में खुद को छिपाकर रखने की जगहें सबसे ज्यादा पसंद की जाती हैं। ऐसे में कई बार साकेत में या फिर सागा से बागान वाले जंगलों में अलग-अलग हमलों का खतरा खतरनाक रूप से बढ़ जाता है।

इनमें से एक मराठा से कैसे बचा जाए, स्थानीय 18 टीम ने फोटोग्राफर एवं विशेषज्ञ, लोकप्रिय यूट्यूबर विवेक, समसामयिक से खास बातचीत की है।

ये टिप्स कर सकते हैं बचाव

वे कहते हैं कि तेंदुआ भी अन्य किसी जंगली जानवर की तरह अपने खतरनाक भानपने पर हमलावर हो सकता है। इसके व्यापारी होने की दो फायदे होते हैं। सबसे पहले वह आप पर मॉक चार्ज करे। पैंथर ने सबसे पहले सर पर हमला किया है, ऐसे में अगर टाइगर आपके ऊपर आरोप लगा रहा है तो आपको अपने सर को बचाकर रखना है और आप अपने को पतली ऊंची रख सकते हैं। वहीं ज़ोर-शोर से चिल्लाकर शोर शराबा मचाकर को चिल्लाने का प्रयास करना चाहिए। वहीं अगर अचानक आपका आमना सामना प्लास्टर या फिर खेत में बैठे स्टॉक से हो जाए, तो आपकी कोशिश है कि आप नजरें न मिलाएं। ऐसा करने से उसे ऐसा लगा कि आपने नहीं देखा और वह अपना रास्ता तलाशने का प्रयास करेगा।

टैग: हिंदी समाचार, लोकल18

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