Glottis Ltd files DRHP with sebi to raise 200 crore rs via fresh issue check ipo detail IPO मार्केट में प्रॉफिट वाली कंपनी की एंट्री, अब सेबी की हरी झंडी का है इंतजार, बिज़नेस न्यूज़
ग्लोटिस लिमिटेड आईपीओ: आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के मौसम में अब एक और कंपनी फंड जुटाने जा रही है। यह कंपनी लॉजिस्टिक्स सर्विस प्रोवाइडर ग्लोटिस है। इस कंपनी ने आईपीओ के जरिये 450-500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास शुरुआती दस्तावेज जमा कराए हैं। बता दें कि यह लॉजिस्टिक्स कंपनी मुनाफे में है।
आईपीओ की डिटेल
दस्तावेजों के अनुसार चेन्नई की कंपनी का आईपीओ 200 करोड़ रुपये मूल्य के इक्विटी शेयरों के फ्रेश इश्यू और प्रवर्तकों द्वारा 1.45 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) का संयोजन है। ओएफएस के तहत, प्रवर्तक रामकुमार सेंथिलवेल और कुट्टप्पन मणिकंदन 72.85 लाख-72.85 लाख इक्विटी शेयर बेचेंगे। कंपनी का आईपीओ साइज 450 से 500 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। पैंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड इस इश्यू का एकमात्र बुक-रनिंग लीड मैनेजर है।
क्या होगा पैसे का
नए इश्यू से प्राप्त 53 करोड़ रुपये का उपयोग कॉमर्शियल वाहनों की खरीद, 38 करोड़ रुपये ऋण भुगतान और शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। बता दें कि मार्च, 2024 तक कंपनी की कुल उधारी 9.3 करोड़ रुपये थी। बीते वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कंपनी की परिचालन आय 497.4 करोड़ रुपये थी, जबकि नेट प्रॉफिट 31.5 करोड़ रुपये था। ग्लोटिस की ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के साथ प्रतिस्पर्धा है।
2 बड़ी कंपनियों को मंजूरी
हाल ही में दक्षिण कोरिया की वाहन विनिर्माता हुंडई की भारतीय इकाई हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड और स्विगी को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की मंजूरी मिल गई है। यदि हुंडई इंडिया का आईपीओ सफल हो जाता है तो यह भारत का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इससे पहले देश में सबसे बड़ा आईपीओ भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का 21,000 करोड़ रुपये का था। वहीं, स्विगी अंतिम दस्तावेज दाखिल करने के बाद आईपीओ ला सकती है।