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बैंगलुरु केस: मैंने 3 सितंबर को… महालक्ष्मी को 59वीं कक्षा में अनकहा क्यों? रेफ्रिजरेटर में रखने वाले कातिल की डायरी से खुला राज

बेंगलुरु: बेंगलुरु में महारक्षा मंत्री केएस की गुत्थी अब सोनाती दिख रही है। महालक्ष्मी की हत्या कर उनके शव के 59 टुकड़े करने वाले कातिल ने अपनी जान दे दी है। बुधवार को ओडिशा के एक गांव में पेड़ से लटका उसका शव मिला। हत्यारे ने मरते-मरते महालक्ष्मी की हत्या का राज खुल गया। उन्होंने मृतक नोट में यह स्वीकार किया कि उन्होंने ही महालक्ष्मी की हत्या की थी। कातिल के निधन नोट से खुलासा हुआ कि महालक्ष्मि के व्यवहार से तंग गेंस उसे 59 अनुकरणीय में अनप्लग कर दिया गया और उसे रेफ्रिजरेटर में रखा गया।

पुलिस के अनुसार, अपराधी हत्यारे ने अपनी मृत्यु से पहले लिखे नोट में कहा था कि यह क्रूर अपराध इसलिए किया गया क्योंकि वह महालक्ष्मी के व्यवहार से तंग आ चुका था। पुलिस ने महालक्ष्मी के कट्टरपंथियों की रिहाई रयान रॉय का लिखित हथियार बरामद किया है। इस नोट में उसने कॉलेज सिटी को हिलाने वाले भयानक अपराध की पहचान की है। बक़ौल ने बताया कि सुसाइड नोट उसकी डायरी में लिखा था। मैसाचुसेट्स ने अपनी डायरी में लिखा था, ‘3 सितंबर को मैंने अपने दोस्त महालक्ष्मी की हत्या कर दी है।’

नोट में यह भी लिखा है कि वह अपने घर गया था और 3 सितंबर को उसकी हत्या कर दी गई थी। उन्होंने कहा था, ‘मैं उसके व्यवहार से तंग आ चुका था। मेरे निजी मामलों को लेकर एक दूसरे से मारपीट की गई और महालक्ष्मी ने मुझ पर हमला कर दिया। ‘उसकी कृति से क्रोधित होकर मैंने उसे मार डाला।’ डायरी में उन्होंने लिखा, उनकी हत्या के बाद मैंने उनके शरीर के 59 टुकड़े किए और उन्हें फ़र्ज़ी में रख दिया।’

बेंगलुरु केसल: महालक्ष्मी को रेफ्रिजरेटर में रखा गया कातिल का शव, पेड़ से लटका हुआ मिला शव, जाते-जाते बताया गया सच

पुलिस, हत्यारा मुक्ति रयान रॉय के बारे में सूचना प्रौद्योगिकी रही थी, उसी समय उसे यह नोट मिला। मैसाचुसेट्स रॉय ने रविवार को फांसी की सजा आत्महत्या कर ली थी। वह ओडिशा के भद्रक जिले के एक गांव में पेड़ से लटका हुआ मिला था। पुलिस अधिकारियों ने बताया, ‘संदिग्ध हत्यारे को बुधवार को पांडी गांव पहुंचा दिया गया था और घर पर ही रोका गया था। वह दोपहिया वाहन पर घर से निकला था। स्थानीय लोगों को उनका शव मिला।’

मुक्ति रंजन हत्या की घटना के बाद से लापता था। कैनार्क पुलिस ने चार द्वीपसमूह ऑर्केस्ट्रा के लिए उसकी खोज की। असली हत्यारे ने 1 सितंबर से काम पर आना बंद कर दिया था। महालक्ष्मी के काम का आखिरी दिन 1 सितंबर को ही था। पुलिस ने कहा कि संदिग्ध हत्यारा वहां टीम का मुखिया था, जहां महालक्ष्मी काम करती थी। हत्या का मामला पिछले शनिवार को तब सामने आया जब पड़ोसियों ने दो दिनों तक महालक्ष्मी के घर दुर्गंध से मुलाकात की और उसकी जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि शनिवार को महालक्ष्मी की मां और बहन को उनके घर पर छापा मारा गया और उन्होंने यह खतरनाक मंज़र देखा। महालक्ष्मी की हत्या कर दी गई थी, उनके शव को कई पिंजरों में रखा गया था। हालाँकि फ़र्ज़ चालू था, लेकिन शव में कीड़े लग गए थे। फ़र्ज़ी के पास एक सूटकेस मिला। पुलिस को संदेह है कि महालक्ष्मी की हत्या की शुरुआत में ही उसके शव को चाकू की तरह किसी हथियार से खोल दिया गया था।

त्रिपुरा की रहने वाली महालक्ष्मी कॉलेज के एक मशहूर मॉल में काम करती थी। जिस इलाके में महालक्ष्मी पिछले पांच महीने से रह रही थीं, वहां के लोगों का कहना है, वह रहती थीं और उनके पड़ोसियों से ज्यादा मोटी-मोटी नहीं थी। कुछ दिनों तक उसका भाई उसके साथ रहा। पुलिस को यह भी पता चला है कि वह महिला थी और उसका एक बच्चा भी था, लेकिन वह अलग रहती थी।

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