शेखर कपूर जब बना रहे थे ‘बैंडिट क्वीन’, नुसरत फतेह अली खान ने की अजीब डिमांड, बोले- ‘खान साहब मुझे…’
नई दिल्ली: शेखर कपूर ने उन विषयों पर फिल्में बनाई हैं, जिन पर आमतौर पर लोग बात करना भी पसंद नहीं करते थे. जब ‘बैंडिट क्वीन’ रिलीज हुई थी, तब काफी विवाद भी हुआ था, लेकिन इसने खूब तारीफ भी बटोरी. उन्होंने अब फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ से जुड़ा अनोखा किस्सा सुनाया और दिवंगत संगीतकार आरडी बर्मन और गायक नुसरत फतेह अली खान के साथ अपने रिश्ते के बारे में बात की.
फिल्म निर्माता ने शनिवार 28 सितंबर को अपने इंस्टाग्राम पर दिवंगत गायक नुसरत फतेह अली खान की एक तस्वीर शेयर की और बताया कि कैसे सिंगर को आरडी बर्मन के साथ उनके गहरे रिश्ते के बारे में पता चला था. उन्होंने कैप्शन में एक लंबा नोट लिखा, ‘नुसरत फतेह अली खान की आवाज में दर्द था. उनके पसंदीदा संगीतकारों में से एक आरडी बर्मन का निधन हो गया था. शेखर जी, आप अपनी फिल्म देखें और मैं आपकी आंखों में देखूंगा और मैं गाऊंगा. हम बैंडिट क्वीन के लिए बैकग्राउंड स्कोर पर काम कर रहे थे. यह मुझसे किया गया अब तक का सबसे अजीब अनुरोध है.’
(फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम @शेखरकापुर)
आरडी बर्मन के करीब थे शेखर कपूर
फिल्मकार ने बताया कि यह सीन नरसंहार और उसके बाद का है. उन्होंने आगे कहा, ‘अंतिम संस्कार के वक्त चिताओं की कतारों के बीच किनारे पर खड़ी महिलाओं की ऊंची आवाजों में विलाप के बीच, हमने माइक चालू किया और मैंने पाया कि खान साहब मेरी आंखों में देख रहे थे, नहीं, घूर रहे थे मानो मेरी आत्मा को पा सकते हों और उसमें गहराई से देख सकते हों. वह जानते थे कि मैं आरडी बर्मन के कितने करीब था. उनकी आंखों और उनकी आवाज ने मुझे जकड़ लिया. मैं कहीं ज्यादा गहरे दायरे में पहुंच गया था.’
‘बैंडिट क्वीन’ के खास सीन का किया जिक्र
शेखर कपूर ने आगे कहा, ‘खान साहब मुझे ईश्वर के करीब ले जा रहे थे और उस जगह पर ले जा रहे थे, जहां जीवन और मृत्यु एक में विलीन हो जाते हैं. अगर आप कभी बैंडिट क्वीन फिर से देखें, तो बेहमई नरसंहार के बाद के सीन देखें. वह संगीत आपको भी रोमांचित कर देगा. नुसरत अली खान के साथ काम करना ऐसा ही था और इसीलिए मैं फिल्में बनाता हूं. जीवन और मृत्यु के बीच की जगह ढूंढने के लिए, क्योंकि उस जगह क्रिएटिविटी होती है.’
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पहले प्रकाशित : 29 सितंबर, 2024, 04:36 IST