BSE decides to keep sensex options weekly contract shut bankex from future and option after sebi order सेबी की सख्ती के बाद BSE का ऐलान, इस तरह के वीकली कॉन्ट्रैक्ट को किया बंद, बिज़नेस न्यूज़
बाजार नियामक सेबी की सख्ती के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई ने एक बड़ा ऐलान किया है। बीएसई ने गुरुवार को घोषणा की कि वह 14 नवंबर से सेंसेक्स-50 और 18 नवंबर से बैंकेक्स, दोनों के वीकली कॉन्ट्रैक्ट को बंद कर देगा। अब तक बीएसई 2 वीकली डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट- सेंसेक्स और बैंकेक्स चला रहा है। इसका मतलब है कि बीएसई सेंसेक्स के लिए वीकली डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट की पेशकश जारी रखेगा। यह 30 ब्लू-चिप शेयरों का सूचकांक है।
बता दें कि अगस्त महीने में बीएसई के सूचकांक ऑप्शंस का अनुमानित कारोबार 2,603 लाख करोड़ रुपये था। डेटा के अनुसार, मार्च 2024 को समाप्त वित्तीय वर्ष में सेंसेक्स ने वॉल्यूम में 85% का योगदान दिया।
एनएसई भी कर सकता है ऐलान
बीएसई के बाद अब अगले कुछ दिनों में एनएसई भी घोषणा कर सकता है कि वह वीकली डेरिवेटिव मार्केट के लिए निफ्टी या निफ्टी बैंक रखेगा या नहीं। एनएसई के पास दो अन्य वीकली डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट हैं- फिन निफ्टी और निफ्टी मिड-कैप। अगस्त में एनएसई के लिए इंडेक्स ऑप्शन का अनुमानित कारोबार 7,768 लाख करोड़ रुपये था।
पड़ सकता है असर
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जेरोधा के सीईओ नितिन कामथ के मुताबिक फ्यूचर एंड ऑप्शन यानी एफएंडओ सेगमेंट में सेबी के सख्त नियम इसमें ट्रेडों के 60% और ब्रोकर के कुल ऑर्डर के लगभग 30% को प्रभावित कर सकते हैं। 20 नवंबर से नए नियम लागू होने के बाद तय किया जाएगा कि व्यवसाय के प्रभाव के आधार पर ब्रोकरेज में बढ़ोतरी की जाए या नहीं।
सेबी के नए नियम
बाजार नियामक सेबी ने वीकली एक्सपायरी को प्रति एक्सचेंज एक इंडेक्स तक सीमित कर दिया है। ऐसे में अब एक एक्सचेंज की ओर से सप्ताह में एक ही एक्सपायरी देखने को मिलेगी। डेरिवेटिव्स कॉन्ट्रैक्ट्स के नए नियम 20 नवंबर, 2024 से लागू हो जाएंगे। सेबी की ओर से यह कदम रिटेल निवेशकों द्वारा डेरिवेटिव सेगमेंट में लगातार किए जा रहे नुकसान के कारण लिया गया है।