उत्तर प्रदेश

कजरी गायन में माहिर लोक गायिका प्रतिमा मिश्रा ने जीता 300 से ज्यादा अवॉर्ड, पीएम से मिलने का सपना

अंत. उत्तर प्रदेश के समकालीन का हिंदी साहित्य के विकास और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी समझने में मुख्य भूमिका निभा रही है। विभिन्न देशों के प्रमुख सांस्कृतिक शहरों में से एक है। यह प्राचीन शहर ना केवल कथक जैसा महत्वपूर्ण शास्त्रीय नृत्य का जन्मदाता है, बल्कि रेखीय में कजरी को लेकर भी प्रमुख स्थान है। इस शहर में एक से एक साहसी कलाकार दिए गए हैं। ज़ीनी में एक नाम प्रतिमा मिश्रा का भी है। अपनी लोक गायिका के लिए प्रसिद्ध प्रतिमा मिश्रा 300 से अधिक पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं।

बचपन से ही संगीत से शुरुआत

48 वर्षीय प्रतिमा मिश्रा ने लोकल 18 को बताया कि वह और उनके पिता जी दैनिक युवा वाणी कार्यक्रम में लेकर आते थे। 70 किलोमीटर दूर आकाशवाणी में कार्यक्रम करने के लिए रोज आती थी। दस साल की उम्र से ही स्कूल में गाना शुरू किया गया था। बचपन से ही लोग अपने दादा-दादी को ज्यादा पसंद करते थे. इसी के साथ मैसाचुसेट्स स्थित सारदा म्यूजिक कॉलेज में प्रवेश लिया गया और अध्ययन से संगीत सीखना शुरू हो गया। संगीत में मूर्ति मिश्रा को तबला में एलिजाबेथ की डिग्री है। इनके गुरु श्री राघवानी पंडित रहे हैं।

कला रत्न पुरस्कार मिला

प्रतिमा मिश्रा को कला के क्षेत्र में 300 से अधिक पुरस्कार मिल चुका है। हाल ही में कजरी फेस्टिवल का आयोजन उदयपुर में हुआ था। जिसमें काजरी गीत को लेकर राजस्थान के राज्यपाल द्वारा प्रतिष्ठित किया गया था। इसके अलावा फरवरी में मुंबई के लता मंगेशकर हॉल में प्रतिमा मिश्रा को कला रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। प्रतिमा मिश्रा ने लोकल 18 को बताया कि अभी तक विभिन्न राज्यों से 300 से अधिक पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। प्रतिमा मिश्रा के कजरी गीत एवं भजन का कार्यक्रम उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड में आयोजित किया जाता है। इसके अलावा, अमेरिका में निजी माध्यम से कार्यक्रम चलाया जाता है। जहां इनमें से कजरी एवं भजन गायकी को काफी पसंद किया जाता है। हाल ही में लखनऊ में आयोजित कजरी महोत्सव में मॉरीशस को राष्ट्रपति पद से सम्मानित किया गया।

पद्मश्री पुरस्कार के लिए आवेदन करें

प्रतिभा मिश्रा ने बताया कि पद्मश्री पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकते हैं जो 300 से अधिक पुरस्कार प्राप्त कर सकते हैं। उन्हाेंने बताया कि हमारे पास करीब 300 से अधिक राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के पुरस्कार मौजूद हैं। इसी को देखते हुए हमने भी पद्मश्री के लिए आवेदन किया है। प्रतिमा मिश्रा मूल के चौक में रहती हैं, जहां उनके साथ उनके मित्र, पति और दो बच्चे रहते हैं। आदर्श मिश्रा के पति आनंद जी मिश्रा मिश्रा इलाहाबाद उच्च न्यायालय में हैं। आदर्श मिश्रा को इस जगह से लेकर नामांकन तक में पति आनंद जी मिश्रा का बड़ा योगदान रहा है। प्रतिमा ने बताया कि आपके शौक के लिए सिंगिंग विद्या से जुड़ी हुई है। आदर्श मिश्रा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का भी सपना पाल रहे हैं।

टैग: लोक गायक, स्थानीय18, प्रयागराज समाचार, यूपी खबर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *