Mukesh ambani backed company share delivered huge return 1000 turn 90 lakh rupees ₹2 के शेयर में 90000% की तूफानी तेजी, 10 हजार के निवेश को बना दिया ₹90 लाख, मुकेश अंबानी का भी बड़ा दांव, बिज़नेस न्यूज़
मल्टीबैगर स्टॉक: रिलायंस इंडस्ट्रीज समर्थित लोटस चॉकलेट कंपनी (Lotus Chocolate Company Ltd) के शेयरधारकों को शानदार रिटर्न मिला है। कंपनी के शेयर सितंबर 2021 में ₹35 से 5,062% बढ़कर ₹1,807 प्रति शेयर के मौजूदा शेयर प्राइस पर पहुंच गए हैं। पिछले चार महीनों में स्टॉक में 404% की बढ़ोतरी हुई है। बता दें कि रिलायंस रिटेल वेंचर्स (आरआरवीएल) की एफएमसीजी ब्रांच रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (आरसीपीएल) ने मार्च 2023 में कुल ₹74 करोड़ में लोटस चॉकलेट कंपनी में 51% हिस्सेदारी हासिल ली थी।
कंपनी के शेयरों के हाल
लोटस चॉकलेट कंपनी के शेयर पिछले एक साल में 480% और पांच साल में 10,784% का रिटर्न दिया है। पांच साल में यह शेयर 16 रुपये से बढ़कर वर्तमान प्राइस तक पहुंच गया है। इसका मैक्सिमम रिटर्न 54,000% का है। बता दें कि कंपनी के शेयर 3 अक्टूबर 2003 में इस शेयर की कीमत 2 रुपये ही थी। यानी तब से अब तक यह शेयर 90250% चढ़ गया है। यानी कि मान लीजिए अगर किसी निवेशक ने करीबन 21 साल पहले इस शेयर में 10 हजार रुपये लगा कर छोड़ दिए होते तो आज की तारीख में यह रकम 90 लाख रुपये से अधिक होती।
क्या है डिटेल
मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी आरआरवीएल, रिलायंस समूह के तहत सभी रिटेल कारोबार के लिए होल्डिंग कंपनी के रूप में कार्य करती है। लोटस चॉकलेट बेहतरीन चॉकलेट, कोको प्रोडक्ट्स और कोको डेरिवेटिव के भारत के चुनिंदा निर्माताओं में से एक है। इसके उत्पाद स्थानीय बेकरी से लेकर मल्टीनेशल कंपनियों तक, देश भर में चॉकलेट निर्माताओं और चॉकलेट यूजर्स को सप्लाइै किए जाते हैं। अनुमान है कि चॉकलेट और कन्फेक्शनरी इंडस्ट्रीज में कंज्यूमर खर्च ₹25,000 करोड़ से अधिक है, जिसमें चॉकलेट बाजार का लगभग दो-तिहाई हिस्सा है और कन्फेक्शनरी का हिस्सा लगभग एक तिहाई है। अगले चार वर्षों में उद्योग के बढ़कर ₹35,000 करोड़ से अधिक होने का अनुमान है, जो 10% की सीएजीआर को दर्शाता है। चॉकलेट कैटेगरी को मुख्य रूप से मोंडेलेज, नेस्ले, फेरेरो और मार्स जैसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों द्वारा कंट्रोल किया जाता है, जिनके पास कुल मिलाकर 85% बाजार हिस्सेदारी है। भारतीय कंपनियों ने हाल ही में लोकप्रियता हासिल करना शुरू किया है, जिसमें अमूल सबसे बड़ा घरेलू प्लेयर है।