कौन हैं शगुन परिहार, आतंकवादियों में खोया पिता-चाचा का साथ; अब किश्तवाड़ में भाजपा का परचम लहराया
जम्मू-कश्मीर की किश्तवाड़ सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार शगुन परिहार ने दिलचस्प जीत दर्ज की है। उन्होंने एसकेएलएल में नेशनल कॉन्फ्रेंस के साजिद अहमद किचलू को 521 मोटरसाइकिल से हराया है। शगुन ने कुछ समय पहले तक चुनावी लड़ाई का फैसला भी नहीं किया था, वह जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग की तैयारी में शामिल थी। मगर ऐन वक्ता पर बीजेपी द्वारा उम्मीदवार बनाये जाने के बाद उन्होंने चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया। मगर यहां ये बात जाननी जरूरी हो गई है कि आखिर बीजेपी ने किश्तवाड़ से शगुन परिहार को ही क्यों अपना उम्मीदवार चुना।
यूं तो शगुन का परिवार बीजेपी से लंबे समय से जुड़ा हुआ है। हालाँकि, उन्होंने पहले चुनाव में उतरने का निर्णय नहीं लिया था, लेकिन जब 26 अगस्त को उन्हें भाजपा द्वारा उम्मीदवार बनाया गया, तो उन्होंने बिरादरी में हिस्सा लेने का निर्णय लिया। यह फैसला उनके लिए विशेष महत्व रखता था, खासकर जब 2018 में उनके पिता अजित परिहार और चाचा अनिल परिहार की हत्या कर दी गई थी। इस ट्रॉली घटना ने किश्तवाड़ में पैदा हुए तनाव और उपकरण की आवश्यकता भी बताई।
अपने गैर-लाभकारी प्रचार के दौरान शगुन ने जोर देकर कहा कि उन्हें हर वोट केवल उनके परिवार के लिए नहीं, बल्कि उन सभी परिवारों के लिए दिया गया है, जो कि उनके प्रियजनों के लिए हैं। अब उनकी जीत के बाद ऐसा लग रहा है कि बीजेपी के लिए शगुन की उम्मीदवारी का नारा बिल्कुल सही साबित हुआ है। शगुन ने एमटेक डिग्रीधारी हैं और स्थिर पीएचडी में डॉक्टरेट की पढ़ाई कर रही हैं। इसके अलावा वे जम्मू-कश्मीर लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी में भी शामिल हुए हैं।
चुनाव में शगुन को 29,053 वोट मिले और उन्होंने किचलू को 521 के मामूली अंतर से हराया। पूरी मातृभाषा प्रक्रिया के दौरान उन्होंने वृद्धि बनाए रखी। नेशनल कॉन्फ्रेंस के दावेदार किचलू ने 2002 और 2008 में इस सीट से जीत दर्ज की थी। उनके पिता ने भी इस सीट का तीन बार प्रतिनिधित्व किया था। उन्हें कुल 28,532 मत मिले। पीआईपी के फिरदौस अहमद टाक को केवल 997 मोटरसाइकिलों से संतोष करना पड़ा और उनकी जमानत जब्त कर ली गई।
शगुन ने नतीजे घोषित करते हुए कहा, ”मैं किश्तवाड़ के लोगों को नमन करती हूं, मुझसे पूछती हूं और मेरी पार्टी में विश्वास व्यक्त करती हूं।” उनके समर्थन की मैं तहे दिल से सराहना करता हूं। मैं उनका समर्थन से सहमत हूं।”
कट्टर भाजपा उम्मीदवार ने कहा कि उनकी जीत सिर्फ उनकी नहीं है, बल्कि यह जम्मू-कश्मीर के राष्ट्रीय लोगों की भी जीत है। उन्होंने कहा, ‘यह उनका आशीर्वाद है।’ उन्होंने कहा, ”लोगों के लिए मेरा संदेश है कि वे क्षेत्र में शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए प्रयास करें। ”मैं क्षेत्र की सुरक्षा के लिए काम कर रहा हूं।”
किश्तवाड़ में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता जुटे और उन्होंने पारंपरिक ढोल-नगाड़ों और पार्टी के झंडों के साथ शगुन की जीत का जश्न मनाया। उन्होंने नागासेने इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में सुनील शर्मा की जीत का जश्न मनाया और ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया।