जम्मू और कश्मीर

अयोध्या-बद्रीनाथ में चुनाव हार वाली बीजेपी के लिए क्या रहेगा वैष्णो देवी सीट पर नतीजा? किसे मिली जीत

वैष्णो देवी सीट परिणाम: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। भाजपा ने जम्मू क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन किया है। पार्टी को कुल 29 सीटों पर जीत मिली है। हालाँकि, केंद्र शासित प्रदेश में सरकार राष्ट्रीय सम्मेलन और कांग्रेस की बन रही है। जम्मू की श्री माता वैष्णो देवी सीट की काफी चर्चा हो रही है। उत्तर, लोकसभा चुनाव में अयोध्या वाली सीट और फिर उत्तराखंड के बद्रीनाथ सीट पर स्थित विधानसभा में बीजेपी को करारा झटका लगा था, जिसके बाद लोगों के दर्शन के लिए माता वैष्णो देवी की मूर्ति पर कब्जा कर लिया गया। यहां पर बीजेपी की जीत हुई है।

भाजपा की श्री माता वैष्णो देवी सीट पर भाजपा के बलदेव राज शर्मा को जीत मिली है। उन्होंने प्रतियोगी प्रतियोगी जुगल टीनएजर को 1995 में सीट से हरा दिया है, जबकि कांग्रेस के प्रतियोगी भूपिंदर सिंह तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें 5655 वोट मील। इस साल लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सीट पर हार का सामना करना पड़ा। उस सीट पर सपा की ओर से अजित प्रसाद ने चुनाव जीता था, जबकि बीजेपी के लल्लू सिंह की हार हुई थी। यह सीट इसलिए भी अहम है, क्योंकि इसी के अंतर्गत अयोध्या क्षेत्र भी आता है और अयोध्या में कई सौ साल बाद भव्य राम मंदिर बनाया गया था। इतना ही नहीं,नोमास चुनाव में प्रभु श्री राम से जुड़े कई अन्य रीछों वाली पार्टी पर बीजेपी की हार हुई थी। इसके बाद यहां धार्मिक स्थानों वाले स्थानों पर लोगों की खास नजर बनी रहती है।

आम चुनाव के बाद जुलाई में विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को झटका लगा। उत्तराखंड की बद्रीनाथ सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार लखपत सिंह ने बीजेपी के राजेंद्र सिंह भंडारी को पांच हजार से ज्यादा बार हराया था। यह सीताफल जिले और गढ़वाली क्षेत्र का हिस्सा है। इसके बाद भी सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही थी कि भगवान से जुड़े धार्मिक स्थलों पर वोटर्स की लॉजिक बीजेपी से क्या है? हालाँकि, अब जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में श्री माता वैष्णो देवी सीट पर भाजपा उम्मीदवार की जीत हुई है।

जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय सम्मेलन-कांग्रेस की सरकार

जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस की सरकार बन रही है। नेशनल कॉफ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर में बड़ी सफलता हासिल की। इस केंद्र में शामिल प्रदेश में 2019 में पहली बार विधानसभा चुनाव के बाद एनोटेशन 370 को टिकट दिया गया। जम्मू-कश्मीर राज्य से आवंटित 370 को राज्य के दो केंद्रों में विभाजित कर दिया गया था। नेकन ने 51 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से 41 सीटों पर जीत का रिकॉर्ड है और एक पर आगे चल रही है, जबकि उनकी सहयोगी कांग्रेस ने 32 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उनके खाते में छह सीटें बची हैं। भाजपा ने केंद्र शासित प्रदेश में 27 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि दो पर आगे चल रही है। चुनाव हारने वालों में डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की इल्तिजा मुफ्ती भी शामिल हैं, जो पार्टी अध्यक्ष ओबामा मुफ्ती की बेटियां हैं। इल्तिजा फ्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स जारी पोस्ट में कहा, ”मैं प्रतिष्ठा को स्वीकार करती हूं।” बिजबेहरा में सभी से मुझे जो प्यार और स्नेह मिला, वह हमेशा मेरे साथ रहता है। इस अभियान के दौरान कड़ी मेहनत करने वाले पी.पी.डी. पोर्टफोलियो का स्टॉक।”

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