सावित्री जिंदल और श्रुति चौधरी बन सकती हैं नायब सरकार में मंत्री, चर्चा में और कौन-कौन नाम
नायब सिंह सैनी ने बुधवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सैनी को भाजपा की ‘ऐतिहासिक’ जीत के लिए बधाई दी और विश्वास जताया कि विकसित भारत के संकल्प में हरियाणा की भूमिका और महत्वपूर्ण होने जा रही है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में 48 सीटें जीतने वाली भाजपा को तीन निर्दलीय विधायकों ने भी अपना समर्थन दिया है। इसके साथ ही विधानसभा में भाजपा का आंकड़ा अब 51 हो गया है। भाजपा को समर्थन देने वालों में देश की सबसे अमीर महिला और निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल के अलावा देवेंद्र कादयान और राजेश जून भी हैं। अब चर्चा है कि सावित्री जिंदल को नायब सिंह सैनी की नई सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है। इनके अलावा तोशाम सीट से जीत दर्ज करने वाली और पूर्व मुख्यमंत्री बंसी लाल की पोती श्रुति चौधरी को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है।
मंत्री पद के लिए किन-किन नामों की चर्चा
NDTV के मुताबिक नायब सिंह सैनी की नई सरकार में सीएम के अलावा कुल 12 मंत्री शपथ ले सकते हैं। इनमें पूर्व मंत्री अनिल विज के अलावा कृष्णलाल पंवार, अरविंद शर्मा, कृष्ण बेदी, कृष्ण मिड्डा, महिपाल ढांडा, मूलचंद शर्मा, लक्ष्मण यादव, राव नरबीर, सुनील सांगवान को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। हालांकि, नायब सरकार का शपथ ग्रहण कब होगा, ये स्पष्ट नहीं हो सका है। चर्चा है कि दशहरा के बाद राज्य में नई सरकार का गठन होगा।
CM ने की PM से मुलाकात
इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सैनी को भाजपा की ‘ऐतिहासिक’ जीत के लिए बधाई दी और विश्वास जताया कि विकसित भारत के संकल्प में हरियाणा की भूमिका और महत्वपूर्ण होने जा रही है। भाजपा ने चुनाव के दौरान संकेत दिया था कि जीत की स्थिति में शीर्ष पद के लिए सैनी ही उसकी पसंद होंगे। मार्च में मनोहर लाल खट्टर की जगह अन्य पिछड़ा वर्ग से आने वाले सैनी को राज्य के मुख्यमंत्री पद की कमान सौंपी गई थी।
सैनी ने प्रधानमंत्री मोदी के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से भी मुलाकात की। मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए पोस्ट किया, ‘‘हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी से मिला और विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली ऐतिहासिक जीत के लिए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं। मुझे विश्वास है कि विकसित भारत के संकल्प में हरियाणा की भूमिका और महत्वपूर्ण होने जा रही है।’’
जीत का श्रेय पीएम मोदी की नीतियों को
इससे पहले, प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सैनी ने पार्टी की सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों को दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव विश्लेषकों ने भले ही कांग्रेस के चुनाव जीतने की संभावनाओं का दावा किया हो लेकिन उन्होंने हमेशा जोर दिया कि लोग भाजपा सरकार की नीतियों के कारण उस पर भरोसा करेंगे। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर कांग्रेस की ओर से संदेह जताए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी झूठ का बवंडर खड़ा कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस बड़ी जीत का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है जो पिछले 10 वर्षों में ऐसी योजनाएं लाए, जिनसे गरीबों, किसानों, युवाओं और महिलाओं को लाभ पहुंचा है। इनसे समाज के सभी वर्गों को मदद मिली। लोग उन्हें प्यार करते हैं और इसलिए भाजपा तीसरी बार प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई है।’’ यह पूछे जाने पर कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा और शपथ ग्रहण समारोह कब होगा, सैनी ने कहा कि यह तय करने का अधिकार केंद्रीय नेतृत्व और पार्टी के संसदीय बोर्ड को है।
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय पर्यवेक्षक जल्द ही राज्य का दौरा करेंगे और विधायक दल के नेता का चयन करेंगे। इसके बाद संसदीय बोर्ड फैसला लेगा।’’ सत्ता विरोधी लहर को दरकिनार करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा ने हरियाणा में जीत की ‘हैट्रिक’ लगाकर सत्ता बरकरार रखी और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की वापसी की कोशिशों पर विराम लगा दिया। हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे मंगलवार को घोषित किए गए।
भाजपा ने 48 सीट जीतकर अपनी अब तक की सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि हासिल की। भाजपा को मिली सीटों की संख्या कांग्रेस की संख्या से 11 अधिक है। वहीं जननायक जनता पार्टी (जजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) जैसी पार्टियों का सूपड़ा साफ हो गया और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) को सिर्फ दो सीट ही मिल पाईं। आप ने हरियाणा विधानसभा चुनाव अकेले लड़ा था। कांग्रेस की आसान जीत की भविष्यवाणी करने वाले ‘एग्जिट पोल’ (चुनाव बाद सर्वेक्षणों) को गलत साबित करते हुए भाजपा लगातार तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाएगी। हरियाणा में पांच अक्टूबर को एक ही चरण में विधानसभा चुनाव हुए थे।