क्राइम

कॉलेज में पहला स्कूल, फिर करने लगा छोटे-मोटे जुर्म, 2022 के चुनावी केसर से आया चर्चा में… लॉरेंस बिश्नोई की क्राइम कुंडली

बाबा बाबा की हत्या के बाद से वंचित नागालैंड लॉरेंस का नाम एक बार फिर चर्चा में है। लंबे समय तक कांग्रेस से जुड़े रहे और फिर हाल ही में अजीत अथॉरिटी की गर्लफ्रेंड का दामन थमने वाले बाबा की शनिवार की रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में गिरफ्तार दो फिल्मों ने खुद को लॉरेंस गैंग का सदस्य बताया है। वहीं लॉरेंस गैंग की ओर से एक सोशल मीडिया पोस्ट में इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली गई है.

बाबा बाबा महाराष्ट्र के बड़े राजनेता थे। वह मुंबई की एक बड़ी कंपनी में शामिल हो गईं और उनकी बॉलीवुड में भी अच्छी पकड़ हो गई। ऐसे में उनकी हत्या ने महाराष्ट्र समेत तमाम लोगों को हैरान कर दिया है. मुंबई कंपनी लिमिटेड के कार्यालय के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई ने बाबा की साझीदारी की, ताकि वह इन बड़े कंपनियों के सेक्टर को एक बड़ा संदेश दे सकें। लॉरेंस बिश्नोई ने इस हत्याकांड से मुंबई के डेमोक्रेट, बॉलीवुड स्टूडियो और बड़े को संदेश दिया था कि अगर बाबा की समाधि को मारा जा सकता है, तो किसी को भी मारा जा सकता है।

लॉरेंस के 50 केस दर्ज के विरुद्ध
लॉरेंस बिश्नोई इन दिनों गुजरात की साबरमती जेल में बंद हैं। उसके खिलाफ हत्या, हत्या के मकसद पर हमला करना, चोरी-डकैती और गिरोह के सरगना जैसे करीब 50 मामले दर्ज हैं। फैक्ट्री मूसवाला और जयपुर में करणी सेना के अध्यक्ष की हत्या के अलावा पंजाबी गायक गिप्पी ग्रेवाल और एपी ढिल्लों के ऊपर हथियारबंद तक उनका नाम सामने आया है। सवाल में उठ रहा है कि आखिर 31 साल का लॉरेंस बिश्नोई अपराध की दुनिया का इतना बड़ा नाम कैसे बन गया और जेल में ही वह इतने हाई प्रोफाइल कांड को कैसे अंजाम दे रहा है।

लॉरेंस का असली नाम क्या है?
लॉरेंस बिश्नोई का असली नाम सत स्वामी सिंह है। उनका जन्म 1993 में पंजाब के मैक्रोपुर जिले के एक गांव में हुआ, जो पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है। का जन्म उनके पिता हरियाणा पुलिस में सिपाही थे। बिश्नोई ने अपने कॉलेज के दिनों में ही अपराध की दुनिया में कदम रखा था। वह 2010 में डीएवी कॉलेज में पढ़ने के लिए चंडीगढ़ गए। बाद में वह 2011 में पंजाब यूनिवर्सिटी पाइलेट लीडर काउंसिल में शामिल हो गईं। यहां उनका साक्षात्कार गोल्डी बरार से हुई, जो एक और स्वाभाविक है।

कॉलेज में ही कर दिया था पहला स्कूल
लॉरेंस ने स्टूडेंट्संघ की चुनावी लड़ाई के लिए मार्टीन आर्गेनिज्म ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी नाम से एक संगठन भी बनाया था। इसके बाद उन्होंने मुक्तसर गवर्नमेंट कॉलेज में छात्र संघ का चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें हार मिली। आरोप है कि इस हार से लॉरेंस एक्सट्रीम बौखला और छात्रसंघ चुनाव के विजेताओं की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जुर्म की दुनिया में लॉरेंस का यह पहला बड़ा कदम था और इसके एक साल के भीतर ही 2012 तक उनके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, तोड़फोड़, हमले और डकैती जैसे 7 दर्ज अपराधियों की थी। ये सभी मामले छात्र राजनीति से जुड़े थे.

इसके बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुनाहों की किताब के हर पन्ने पर जुर्म की साख से वो कहानियां लिखी गईं, जिनमें हर कोई एक खतरे का रहस्य है। 11 राज्य पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, झारखंड और गुजरात तक लॉरेंस के गढ़ सक्रिय हैं। यानी इन राज्यों में लॉरेंस किसी की भी सुपारी ले सकता है, किसी को भी मौत के घाट उतारा जा सकता है।

लॉरेंस बिश्नोई का गैंग सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि इसके तार कई देशों में हैं। अमेरिका, कनाडा, अजरबैजान, पुर्तगाल, रूस तक लॉरेंस गैंग का नेटवर्क बना हुआ है। इन देशों से लॉरेंस अवैध हथियार की गारंटी देता है। माफिया माफिया के साथ काम करता है। इतना ही नहीं भारत में लॉरेंस गैंग के आरोपियों के पीछे भी अपराध होते हैं जो फंडिंग करते हैं। इसमें उगाही का पैसा बड़ी भूमिका अदा करता है। जैसे अवैध हथियार, लैपटॉप का स्टॉक, केबल क्रिएटिव से ओबाही…रेत माफिया… शराब के शौकीन और बिल्डर्स के शौकीन… जैसे लाजवाब काम हैं, जो लॉरेंस बिश्नोई का गैंग अपनी गर्लफ्रेंड बनाते रहते हैं।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कुछ कांड

  • 29 मई 2022 कोबरा मूसेवाला हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के बदमाश गोल्डी ने ली थी।
  • 20 सितंबर 2023 को कनाडा में दोस्त सुखदूल सिंह की हत्या की भी जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली।
  • 25 नवंबर 2023 को कनाडा में पंजाबी सिंगर गिप्पी ग्रेवाल के घर पर भी लॉरेंस गैंग ने हमला किया।
  • वहीं 14 अप्रैल 2024 को मुंबई में गैलेक्सी अपार्टमेंट में सलमान खान के घर पर गिरफ्तारी की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने ली थी।
  • इसके साथ ही 2 सितंबर 2024 को कनाडा में पंजाबी सिंगर एपी ढिल्लों के घर पर गिरफ्तारी मामले की जिम्मेदारी भी इसी गैंग ने ली।

कहा जाता है कि बिश्नोई की गैंग में 700 सदस्य हैं। लॉरेंस बिश्नोई ने अपने गैंग में सभी एरिया की हिस्सेदारी रखी है। गोल्डी बराड़, रोहित गोदारा, अनमोल बिश्नोई और काला जठेड़ी सभी एरिया बिश्नोई के पास हैं, रिपोर्ट सीधे साबरमती जेल में बंद है।

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