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Dalit OBC In Bollywood: नाच गाना चल रहा है.. ये कैसी भाषा है राहुल गांधी जी? एक्टिंग में रिजर्वेशन क्यों चाहिए?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज कल बॉलीबुड में राजनीति तलाश रहे हैं, जहां राजनीति सिर्फ पर्दे पर ही अच्छी लगती है. बॉलीवुड इंडस्ट्री जहां सिर्फ फिल्में बनती हैं, जिसने कई बेहतरीन एक्टर्स को जन्म दिया है जिन्होंने दुनिया भर में भारत का नाम भी रोशन किया है. अगर एक्टिंग में जाति और धर्म घुस गया तो शायद यह इंडस्ट्री बर्बाद हो जाएगी. इसलिए कम से कम यहां राजनीति न हो तो ही अच्छा है, लेकिन राहुल गांधी की गाड़ी इन दिनों यहीं घूम रही है.

सबसे पहले उन्होंने यूपी के प्रयागराज में अपने एक बयान में कहा था कि उन्होंने पूर्व मिस इंडिया की सूची देखी है और उन्हें विजेताओं में कोई दलित, आदिवासी या ओबीसी महिला नहीं मिली. 90 प्रतिशत लोगों की भागीदारी के बिना देश नहीं चल सकता. अब इसी लाइन को इन्होंने झारखंड के रांची में भी दोहराया, बस मिस इंडिया की सूची की जगह उन्होंने बॉलीवुड को टारगेट किया.

इसी साल झारखंड में नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राहुल गांधी रांची में थे, जहां उन्होंने बॉलीवुड को टारगेट करते हुए कहा, ‘बॉलीवुड की बात कर लीजिए… बॉलीवुड में आपको दलित, आदिवासी और ओबीसी नहीं दिखेगा. नाच गाना चल रहा है…. गाने बच रहे हैं, डांस हो रहा है, लेकिन 90 प्रतिशत वहां कोई नांच नहीं रहा है. सच्चाई है ये…’, लेकिन राहुल जी आपको बताना चाहूंगा कि आपकी ये सच्चाई गलत है या फिर आपके शोध में दोष है.

वैसे, किसी बॉलीवुड सितारों की जाति के बारे में बताना तो उचित नहीं, फिर मैं बिना नाम लिए आपसे यह कहना चाहूंगा कि बॉलीवुड की पहली कॉमेडियन महिला के बारे में बताया जाता है कि वह दलित परिवार से ताल्लुक रखती थीं, जो एक मशहूर सिंगर भी थीं और अपने गानों से लोगों को थिरकने पर भी मजबूर कर देती थीं. वो उत्तर प्रदेश के छोटे से गांव से नाता रखती थीं. वह बॉलीवुड में 5 दशकों तक सक्रिय रही थीं, लेकिन 80 की उम्र में उनका निधन हो गया था. आपको इनके बारे में एक बार रीसर्च जरूर करना चाहिए.

ऐसा ही बॉलीवुड में एक नाम और भी है, जो 49 सालों से बॉलीवुड फिल्मों में सक्रिय हैं. अपने दमदार कॉमेडी से आए दिन लोगों को हंसाते रहते हैं. यह वो कलाकार हैं, जो 1975 से लेकर अब तक लगभग 350 फिल्मों में काम कर चुके हैं और ये भी दलित परिवार से आते हैं. ये तो सिर्फ 2 ही कलाकारों के बारे में बता रहा हूं, लेकिन मैंने कभी ये सोचा नहीं था कि मुझे कभी भी बॉलीवुड से जुड़े इस तरह के लेख लिखने पड़ेंगे. मैं पहले यही सोच रहा था कि मुझे ये लिखना भी चाहिए या नहीं, लेकिन मन नहीं माना और मुझे ये लिखना पड़ा.

वैसे, बॉलीवुड ही नहीं, जो भी ऐसे क्षेत्र हैं जहां बिना जाति और धर्म के बहुत ही अच्छे से काम हो रहे हैं… उम्मीद करता हूं आप वहां के लोगों को बांटने का काम आगे से नहीं करेंगे. आप एक राजनेता हैं, और एक राजनेता की कुछ जिम्मेदारियां होती हैं, जिन्हें आपको निभाना भी पड़ेगा.

(डिस्क्लेमर: ये लेखक के निजी विचार हैं. लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता/सटीकता के प्रति लेखक स्वयं जवाबदेह है. इसके लिए News18Hindi उत्तरदायी नहीं है.)

टैग: बॉलीवुड अभिनेता, बॉलीवुड नेवस, Rahul gandhi

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