IAS सक्सेस स्टोरी ये है सृष्टि देशमुख के टॉपर बनने का राज, यूपीएससी में उनके माता-पिता ने निभाई अहम भूमिका
यूपीएससी सफलता की कहानी: देश के हर युवा का सपना होता हुआ कि वो सिविल सेवा में जाकर राष्ट्र की प्रगति और समाज सेवा के क्षेत्र में योगदान दे. जैसा कि आपको पता ही है, यूपीएससी क्रैक करना और आईएएस अधिकारी बनना आसान नहीं है. हालांकि, सालों की कड़ी मेहनत, लगन और जुनून हो तो पहले प्रयास में भी सफलता मिल सकती है. किसी को कई अटेम्पट देने के बाद सक्सेस नहीं मिलती.
आज हम आपको एक ऐसी ही आईएएस अफसर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पहले प्रयास में ही यूपीएससी क्रैक करके अधिकारी बनीं. हम बात कर रहे हैं…आईएएस सृष्टि देशमुख की, जिन्होंने 2018 में यूपीएससी एग्जाम क्रैक किया था. सृष्टि की ऑल इंडिया 5वीं रैंक थी और वह फीमेल कैंडिडेट्स की टॉपर थीं. सृष्टि पहले ही प्रयास में आईएएस बनी थीं. आइए जानते हैं उनकी कहानी….
इंजीनियरिंग के साथ शुरू हुआ सफर
सृष्टि देशमुख का जन्म 1996 में भोपाल में हुआ था. कस्तूरबा नगर की रहने वाली सृष्टि कार्मल कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ीं. सीबीएसई 12वीं में 93.2 फीसदी और 10वीं में 10 सीजीपीए लेने वाली सृष्टि शुरू से ही होनहार स्टूडेंट रही हैं. इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री ली. उन्होंने इंजीनियरिंग करते-करते ही यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी. इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद यूपीएससी एग्जाम दिया और पहले ही प्रयास में सफल होकर आईएएस अफसर बनीं, लेकिन इंजीनियरिंग की राह छोड़ दी.
परिवार का रहा अहम योगदान
सृष्टि देशमुख की यूपीएससी सक्सेस का सबसे बड़ा क्रेडिट उनके परिवार को जाता है. उनके माता-पिता, जयंत और सुनीता देशमुख ने उन्हें ऐसा वातावरण दिया, जहां वे बिना दबाव के अपने को पूरा कर सकीं. सृष्टि की दादी और परिवार ने हमेशा उनकी क्षमताओं पर भरोसा किया और हर कदम पर उनका साथ दिया. इंजीनियरिंग छोड़कर यूपीएससी की तैयारी के उनके फैसले में भी परिवार ने उन्हें पूरा समर्थन दिया. सृष्टि की इस शानदार सफलता में उनके परिवार का अहम योगदान रहा.
सृष्टि ने यूपीएससी की तैयारी को लेकर लिखी है बुक
सृष्टिअपने जनसेवा कार्यों के चलते कुशल प्रशासनिक अधिकारी के रूप में लोकप्रिय हैं. वहीं, युवाओं को सिविल सर्विसेस एग्जाम की तैयारी के टिप्स भी वे अकसर अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर देती रहती हैं. उन्होंने ‘द आंसर राइटिंग मैनुअल’ नामक किताब लिखी है, जो यूपीएससी मेन्स के लिए गाइड है.
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