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झारखंड विधानसभा चुनाव उपचुनाव अपडेट हिंदी में सभी अपडेट जानें – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव – झारखंड चुनाव:बीजेपी का दावा- सरकार को सत्ता की चिंता नहीं; प्रश्नोत्तरी

झारखंड विधानसभा चुनाव उपचुनाव अपडेट, सभी अपडेट हिंदी में जानें

भाजपा अनिवासी निशिकांत किशोर और झारखंड के मंत्री अस्लख शोधकर्ता
-फोटो: एनी

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झारखंड में विधानसभा चुनाव के साथ ही इस दिन को लेकर विधानसभा सरगर्मी बढ़ी है। भाजपा झारखंड सरकार पर लाइसेंस को मंजूरी देने का आरोप लगा रही है। वहीं, यहां के मंत्री ने बीजेपी पर 18 साल तक कुछ भी काम न करने का आरोप लगाया।

स्कॉलरशिप, झारखंड में दो चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। झारखंड में पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है, फिर झारखंड में दूसरे चरण के लिए 29 तक के उम्मीदवार अपना नामांकन नामांकन कर सकते हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का अल्पमत सरकार पर हमला

भाजपा सांसद निशिकांत जोसेफ ने कहा, ‘1951 में बालाघाट की जनसंख्या नौ प्रतिशत थी, आज यह 24 प्रतिशत है। पूरे देश में चार प्रतिशत बांग्लादेशी घुसपैठिये हैं और हमारे संथाल परगना में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, ये 11 प्रतिशत बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं और झारखंड की सरकार इसे स्वीकार कर रही है। वोट बैंक की राजनीति के कारण न तो कांग्रेस और न ही झारखंड मुक्ति मोर्चा को समर्थन की चिंता है। जब तक ईसाइयत लागू नहीं होता या जब तक बांग्लादेशी घुसपैठियों को वापस नहीं भेजा जाता, तब तक भारतीय जनता पार्टी चेन से नहीं बैठेगी, यह चुनाव की खोज नहीं है, यह राष्ट्रीय खोज है।’

‘मैंने अपना खून-पसीना जामता को दिया’

झारखंड के मंत्री और जामताड़ा के भरोसेमंद वकील ने कहा, ‘मैंने खून अपना-पसीना जामताड़ा को दिया है। यहां की जनता मुझे और मेरे परिवार को सूचीबद्ध करती है। मैंने न केवल जामताड़ा बल्कि पूरे राज्य के लिए काम किया है। हमने जामताड़ा को विकास का केंद्र बनाया। भाजपा 18 साल तक राज्य में सरकार में थी, लेकिन उन्होंने कभी भी खंडों में खंड और विभाजन का निर्माण नहीं किया। लेकिन आज सभी जनजातीय और पिछड़े इलाकों में सड़कें हैं। कोई भेदभाव नहीं किया गया है.’

बीजेपी पर पलटवार

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के बयान पर शोधकर्ता ने कहा, ‘वह यहां तस्वीरों में बदलाव की बात करते हैं।’ वह जो दस्तावेज पेश कर रहे हैं, वह बिहार के भागलपुर का है, झारखंड का नहीं। यहां के लोग गरीब हो सकते हैं लेकिन उनका सम्मान नहीं मानते। हमें इस बारे में प्लास्टर को अधिक सम्मान कैसे दिया जाए। जामताड़ा के लोगों की वकील पर है आस्था। भाजपा कहाँ है? अगर कोई मुझ पर कलंक लगाता है तो क्या यहां कोई विश्वास करेगा?’

अभियोजक ने फिल्म निर्माता से अपनी प्रतिद्वंद्वी सीता सोरेन के बारे में पूछा, ‘उसका नाम मत लो, लोग इसे (वीडियो) क्रॉप कर सकते हैं। मैंने अपने काम पर ध्यान केंद्रित किया है और मैं ऐसा जारी रखूंगा।’

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