जेईई मेन्स 2025 आप पहले प्रयास में सफल होंगे, आपको आईआईटी में प्रवेश अवश्य मिलेगा
प्रत्येक जेईई अभ्यर्थी के मन में यह सवाल होता है कि जेईई मेन्स की तैयारी कैसे करें, ताकि वे एग्जाम में अच्छी रैंक हासिल कर सकें. तैयारी सफलता की राह पर ले जाती है और इसके लिए एक निश्चित रणनीति की आवश्यकता होती है. एक स्पष्ट स्टडी स्ट्रेटजी किसी भी परीक्षा, विशेषकर जेईई मेन में सफलता की कुंजी है. इसलिए, हम आपको इस लेख में इस राष्ट्रीय स्तर की यूजी इंजीनियरिंग परीक्षा में उच्च स्कोर करने के लिए जेईई मेन 2025 की तैयारी के टिप्स की जानकारी दे रहे हैं.
जेईई मेन 2025 परीक्षा एप्लिकेशन फॉर्म नवंबर में जारी कर दिए जाएंगे. जेईई मेन 2025 का पहला सत्र जनवरी के दूसरे हफ्ते में आयोजित किया जा सकता है. जेईई मेन परीक्षा से जुड़े सभी लेटेस्ट अपडेट्स ऑफिशियल वेबसाइट jeemain.nta.ac.in पर चेक कर सकते हैं.
फंडामेंटल्स हो मजबूत, बेसिक पर दें ध्यान
जेईई मेन 2025 परीक्षा भी दो सत्रों में होगी. जेईई मेन सत्र 1 परीक्षा जनवरी और सत्र 2 की परीक्षा अप्रैल में आयोजित की जाएगी. ज्यादातर स्टूडेंट्स 11वीं, 12वीं की पढ़ाई के साथ जेईई मेन परीक्षा की तैयारी शुरू कर देते हैं. जेईई मेन 2025 परीक्षा की तैयारी करने के लिए आपको अपने बेसिक पर फिर से काम करना होगा. मैथ, फिजिक्स और केमिस्ट्री के बेसिक्स को नए सिरे से रिवाइज करें. जेईई मेन के एडवांस्ड टॉपिक पढ़ने के लिए फंडामेंटल पर कमांड होना जरूरी है.
1. स्टडी प्लान
किसी भी परीक्षा की तैयारी करने के लिए स्टडी प्लान बनाना जरूरी है. इससे तैयारी करना आसान हो जाता है. इसलिए समय रहते स्ट्रक्चर्ड स्टडी प्लान बना लें. हर विषय के नोट्स बनाने और उन्हें रिवाइज करने के लिए आपके पास भरपूर समय होना चाहिए.
2. स्टडी मटेरियल इकट्ठा करें
एनसीईआरटी की किताबों से अपना कॉन्सेप्ट तैयार करना जेईई की तैयारी के लिए अपनी नींव तैयार करने का सबसे अच्छा तरीका है. लेकिन, अगर आप दस लाख छात्रों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, तो अकेले एनसीईआरटी पर्याप्त नहीं है. आपको अध्ययन सामग्री से मदद लेने की आवश्यकता है जो आपके पाठ्यक्रम को व्यापक रूप से कवर करती है.
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3. प्रैक्टिस पेपर से मदद मिलेगी
जेईई परीक्षा की तैयारी करने के लिए प्रैक्टिस पेपर से काफी मदद मिल सकती है. इससे जेईई सिलेबस, एग्जाम पैटर्न और मार्किंग स्कीम समझना आसान हो जाएगा. इसलिए ज्यादा से ज्यादा जेईई प्रैक्टिस पेपर और मॉक टेस्ट सॉल्व करने की कोशिश करें. कोई भी परेशानी होने पर अपने सीनियर्स, टीचर या एक्सपर्ट से मदद लें.
4. कोचिंग संस्थानों के शिक्षकों की मदद लें
इसमें कोई संदेह नहीं है कि स्कूल आपकी तैयारी शुरू करने के लिए सबसे अच्छी जगह है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है. कोचिंग संस्थान छात्रों को अध्ययन सामग्री, योजना और नियमित संशोधन में मदद करते हैं. जेईई की तैयारी के लिए अपनी कोचिंग शुरू करने का सही समय ग्यारहवीं कक्षा है.
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