यूपी: एक क्षेत्र में गिरे तो पकड़ी दूसरी राह, गोंडा के चांदी के कौशल ने ऐसी बदली अपनी किस्मत
गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा के रजत कौशल ने जब कुश्ती में हाथ डाला तो उन्हें असफलता मिल गई, वे परेशान हो गए थे। इसके बाद उन्होंने अपनी बॉडी बनाने का निर्णय लिया और अब इस क्षेत्र में वे काफी सफल हैं। स्थानीय 18 से बातचीत के दौरान रजत कर्मचारी थे कि उनके बाबा पहलवानी करते थे और बचपन से ही पहलवान बनने का शौक रखते थे। हालांकि, रेसलर बनने की कोशिश में वे काफी परेशान हो गए, फिर उन्होंने बॉडी बिल्डिंग की ओर रुख किया और अब इस क्षेत्र में सफलता पा रहे हैं।
बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता में खिताब हासिल किया
हाल ही में, रजत कौशल ने राजस्थान में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में खिताब हासिल कर अपने जिले का मान बढ़ाया है। उन्होंने चिली और ओपन बॉडी बिल्डिंग में शानदार प्रदर्शन करते हुए यह खिताब अपने नाम किया। सिल्वर एशिया के सबसे बड़े खेल, एमेच्योर ओलिंपिक, में भी प्रतिभाग कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता में अपना बेहतर प्रदर्शन करना चाहती हैं और इसके लिए वह काफी मेहनत कर रही हैं।
कितनी देर कर रहे हैं ध्यान?
रजत कहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली खिलाड़ियों के लिए वह खुद को तैयार कर रहे हैं और रोजाना लगभग 5 से 6 घंटे तक रुक रहे हैं। रजत ने 2018 में बॉडी बिल्डिंग की शुरुआत की थी। उनका पहला शीर्षक ‘मिस्टर गोंडा’ था, जिसके बाद उन्होंने कई शीर्षक अपने नाम किये।
यहां रहे विजेता
सिल्वर कौशल ने अपनी कड़ी मेहनत, अखंड शेयर और अनुशासित साझेदारी के एनपीसी प्रतियोगिता में दो बल खिताब अपने नाम किए हैं। उनकी शानदार फ़िज़िक और ज़बरदस्त ताकतों ने उन्हें क्लासिक फ़िज़िक और ओपन बॉडीबिल्डिंग का शीर्षक दिया। रजत कौशल ने पहले भी देवीपाटन मंडल और गोंडा का नाम बड़ी-बड़ी बॉडीबिल्डिंग में रोशन किया है। जैसे मिस्टर वर्ल्ड कम्पटीशन में उनकी तीसरी शोकसभा रही। राजस्थान में आईएफबीबी फेडरेशन के नेशनल शो में उन्होंने दो ओवरऑल खिताब जीते हैं।
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पहले प्रकाशित : 5 नवंबर, 2024, 13:12 IST