उत्तर प्रदेश

बांदा सियार हमला:बांदा में सियारों का फैला आतंक, गांव में 4 लोगों को काटा, 1 को तोड़ा

बांदा: यूपी के बांदा जिले के बरहेता गांव से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें 6 सियारों के झुंड ने आतंकियों पर हमला कर दिया। इस हमले में 2 महिलाओं समेत 4 लोग घायल हो गए. बताया जा रहा है कि ये हमला उस वक्त हुआ था. जब ग्रामीण अपने घरों के बाहर सो रहे थे। इस घटना ने पूरे इलाके में लिबरल का जन्म हुआ है। सियारों के इस अजीब व्यवहार से स्थानीय लोग सहमे हुए हैं, जबकि वन मामले की गहराई से जांच की जा रही है.

अचानक हुए विस्फोट से इलेक्ट्रानिक्स में

बता दें कि रात करीब साढ़े तीन बजे बरहेता गांव में अचानक से सियारों का एक झुंड बस्ती और धमाका हुआ। सियारों ने सो रहे 4 उत्पाद को क्लासिक बनाया। इस हमले में सोमनाथ और भूरी निशाद सहित 2 अन्य लोग घायल हो गए। ग्रामीण भालू और लोखंडी निषाद ने ब्लैकक्लिटी और लाठी लेकर सियारों को भगाने की कोशिश की, लेकिन तब तक कई लोग घायल हो गए थे। स्थिर प्रतिरोध के बाद एक सियार को रासायनिक मार दिया गया, जिससे बाकी सियार वहां से भाग गए। हालाँकि सूचना के बाद विशेष वन विभाग की टीम की जांच में पूछताछ हुई है।

वन विभाग एवं पुलिस टीम जांच में जब्त
घटना की जानकारी गांव के प्रधान फूलचंद्र ने पुलिस एवं वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम ने मौके पर निरीक्षण कर संपूर्ण घटना स्थल का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने मृत जानवर की पहचान सियार के रूप में की और इस बात की पुष्टि की कि हमला सियार के झुंड द्वारा ही किया गया था।

इसके बाद घायल छात्र को जसपुरा के मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य केंद्र (सीबीसीएच) में प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया। जहां आशिकों ने सभी शवों को प्राथमिक चिकित्सा के बाद छुट्टी दे दी है, लेकिन इस घटना से सभी सहमे हुए हैं।

वन विभाग की टीम कर रही है निगरानी
वन विभाग के डीओओ अरविंद कुमार ने बताया कि बरहे गांव के आसपास जंगली जंगल है। गांव यमुना नदी के किनारे स्थित होने के कारण यहां अक्सर जंगली जानवरों की रिहाई होती रहती है। वन अधिकारी प्रमिला की एडवांस में एक 6 कर्मचारियों की टीम को तैनात किया गया है, जो लगातार क्षेत्र में निगरानी रख रही है।

वन विभाग ने गांवों में रहने वाले लोगों से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। अधिकारियों का अनुमान है कि हमला करने वाला सियार पागल था, जिसके कारण उसने असामान्य व्यवहार किया। मरे हुए सियार के शव को वन विभाग की टीम ने डिक्शन कर दिया है।

ग्रामीण क्षेत्रीय में दस्तावेज़ है

यह घटना बरहेटा गांव और उसके आसपास के क्षेत्र में फैली हुई है। रीव्यू का कहना है कि उन्होंने पहले कभी इस तरह के हमलों का सामना नहीं किया था। हमारे पूरे गांव में ताकतों का दबदबा है। बच्चे डॉक्टर के मरे स्कूल तक नहीं जा रहे हैं.

टैग: बांदा समाचार, स्थानीय18

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