विकास दिव्यकीर्ति सर की ये टिप्स करें फॉलो, आसानी से क्रैक होगा आईएएस एग्जाम, इन बातों पर करना है फोकस
यूपीएससी सुझावों: देश का हर युवा चाहता है कि वो यूपीएससी एग्जाम में जरूर सफल हो और अधिकारी बनकर राष्ट्र व समाज की सेवा करे. हालांकि, यूपीएससी में सफलता इतनी आसानी से नहीं मिलती है. ज्यादातर अभ्यर्थियों की यही समस्या होती है कि उन्हें ये मालूम नहीं होता है कि उन्हें कितना पढ़ना चाहिए. क्या पढ़ना चाहिए, तैयारी कैसे करनी चाहिए. ऐसे ही तमाम सवालों के जवाब देश के विख्यात आईएएस कोचिंग सेंटर दृष्टि आईएएस के संस्थापक और डायरेक्टर डॉ. विकास दिव्यकीर्ति बेहद सरल भाषा में दिए हैं. आइए जानते हैं यूपीएससी की तैयारी के लिए विकास सर के क्या हैं टिप्स.
यूपीएससी सुझावों: लेखन अभ्यास पर ध्यान दें
डॉ। दिव्यकीर्ति का मानना है कि अभ्यर्थियों को उत्तर लिखने की प्रैक्टिस करनी चाहिए. यह महत्वपूर्ण है कि अभ्यर्थी जितना संभव हो सके, अधिक से अधिक लिखें. इससे न केवल उनकी लेखन क्षमता में सुधार होगा, बल्कि वे परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन भी कर सकेंगे.
यूपीएससी सुझावों: पढ़ाई और लेखन का संतुलन
उन्होंने कहा कि जितना पढ़ना आवश्यक है, उतना ही लिखना भी जरूरी है. अभ्यर्थियों को एनसीईआरटी किताबों से शुरुआत करनी चाहिए. खासकर यदि वे घर पर रहकर तैयारी कर रहे हैं. यह उन्हें मजबूत आधार प्रदान करेगा.
यूपीएससी सुझावों: अध्ययन का समय निर्धारित करें
डॉ। दिव्यकीर्ति ने सुझाव दिया है कि उम्मीदवारों को रोजाना आठ से दस घंटे पढ़ाई करनी चाहिए. हालांकि, नए उम्मीदवारों के लिए छह से सात घंटे भी पर्याप्त हो सकते हैं. धीरे-धीरे, एक गंभीर अभ्यर्थी को अधिक समय पढ़ाई में लगाना होगा.
यूपीएससी सुझावों: तथ्यात्मक जानकारी पर जोर दें
जब उत्तर लिखने की प्रैक्टिस करें, तो ध्यान रखें कि उत्तर में अधिकतम तथ्य शामिल हों और बिना किसी आधार के बातें न करें. यह सुनिश्चित करेगा कि उनके उत्तर स्पष्ट और प्रभावी हों.
यूपीएससी सुझावों: भाषा कौशल विकसित करें
किसी भी शैक्षणिक पृष्ठभूमि से आने वाले अभ्यर्थियों के लिए यह आवश्यक है कि उनकी भाषा कौशल अच्छी हो. यदि उनकी भाषा कौशल मजबूत हैं, तो वे बिना कोचिंग के भी इस परीक्षा को पास कर सकते हैं.
यूपीएससी सुझावों: बोलने की प्रैक्टिस करें
अंत में डॉ. दिव्यकीर्ति ने कहा कि अभ्यर्थियों को बोलने की प्रैक्टिस करते रहना चाहिए, ताकि इंटरव्यू के समय उन्हें कोई कठिनाई न हो. यह आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद करेगा.
डॉ। दिव्यकीर्ति कहते हैं कि छात्रों को ट्रिपल 8 फॉर्मूला अपनाना चाहिए. इसके अनुसार हर छात्र को 8 घंटे सोना, 8 घंटे पढ़ाई और 8 घंटे मौज मस्ती करनी चाहिए. उनके अनुसार यूपएससी सिर्फ एक परीक्षा नहीं है इसे पास करने के लिए लोगों से घुटना मिलना और नई चीजों को जानना जरूरी है.
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