क्राइम

दुकान से आया था बेकारी का सामान, लोकप्रियता पर थे… फोन पर मिला आखिरी मैसेज, और फिर…

नई दिल्ली. आश्रम से खंडहरों का सामान पहले गुजरात और फिर वहां से अलग-अलग रास्तों से पक्का हो गया। खाड़ी में बैठे मदरसा के संस्थापकों पर यह सामान कोफ्रिज से न केवल देश के अलग-अलग शहरों में भेजा गया था, बल्कि विदेश के कई साथी भी थे। अब नापाक मंसूबों को अंतिम अंजाम तक अंतिम निर्णय की तैयारी थी। फ़्लोरिडा में एक्टिव पियादों को माँ मदर्स की तरफ से भी आगे बढ़ने की इज़ाजत मिल गई थी।

अब पियादे अपने मंसूबों को अंजाम दे दे, इससे पहले नारकोटिक कंट्रोल कंट्रोल ब्युरो की टीम इन तक पहुंच गई। दरअसल, हम बात कर रहे हैं, 14 नवंबर को जनकपुरी और नांगलोई इलाके से 900 करोड़ रुपये की कोकीन की बरामदगी और उसके बाद की जांच। 14 नवंबर को इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इसमें पहली दोस्ती के नाओई से और दूसरी दोस्ती हरियाणा केंगल से हुई थी।

पटेल नगर और मुल्तान नगर से हुई नई गिरफ़्तारियाँ
दस्तावेज़ के अनुसार, इन चार लोगों से पूछताछ के दौरान खुलासा के आधार पर अब दो नई गिरफ़्तारियाँ सामने आई हैं। इस मामले में चौथे और बिल्डर मुल बिल्डरन नगर की हत्या की गई है। अब तक की पूछताछ में पता चला है कि गिरफ्तार एक अवैध जमींदार है और लंबे समय से व्यवसाय में लगा हुआ है। वह दुबई में अपने मैसाचुसेट्स के पोर्टफोलियो में फार्मरी पैडलर्स को लॉजिस्टिक सपोर्ट और मार्केटिंग में मदद के लिए बैठी थी।

डायग्नोस्टिक सेंटर का खेल तेजी से चल रहा था
बैचलर के अनुसार, ऑल-मार्केट एक डायग्नोस्टिक सेंटर में काम करता है और मास्टर्स के बेस पर फैक्ट्री के सामान की कोलाहल को शामिल किया गया था। पूछताछ में यह भी बात सामने आई है कि नांगलोई से 900 करोड़ की 82.54 किलों की कोकीन गुजरात से अलग-अलग रास्तों से बरामद की गई है। साथ ही, गुजरात में यह कारखाना प्लास्टर से भेजा गया था। दुबई में बैठे आकाओं के बेसमेंट प्लांट को ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के साथ यूरोप और अमेरिका भेजा गया था।

छह लाख की भारी मात्रा में राखियाँ बनाई गई थीं
बोतल के अनुसार, नारकोटिक सोडियम क्लोराइड और विटामिन सी के मिश्रण से बचने के लिए आमाशय खास तरह की छह साल वाली लार टपकाना शुरू कर दिया गया था। मुनाफे के दौरान, ये छह लेयर वाली स्ट्राइक प्लास्टिक, थर्माकोल, फोन, गट्टे सहित सामान के साथ मिलकर तैयार की गई थी। इस खास मकसद का उद्देश्य एक गुटरे के दौरान कोकीन शामिल था जिसमें अन्य मादक द्रव्यों को नारकोटिक इंजेक्शन और कामाराम की गुटबाजी से जहर दिया गया था। फ़िलहाज़, पुरालेख से पूछताछ जारी है। इस मामले में जल्द बड़े खुलासे की संभावना है.

टैग: अपराध समाचार, ड्रग्स मामला, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो

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