उत्तर प्रदेश

मोबाइल से लाखों कमाती लड़की, घरवाले जीते थे गरीबों की जिंदगी, फिर मिला एक संदेश… हैरान मां के निकले फूल

जीवः उत्तर प्रदेश के आश्रम से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां रहने वाली एक लड़की लाखों रुपये कमाती थी, लेकिन परिवार गरीबी की जिंदगी जी रहा था। उसने कॉलेज में पढ़ाई की थी. एक दिन कॉलेज के लिए आउटलुक लेकिन वापस नहीं लौटता। काफी देर तक घरवाले इधर उधर खोजते रहे कि तभी पापा के मोबाइल पर एक एप्लीकेशन पर एक मैसेज आया। वीडियो में लड़की की हालत के बारे में पोस्ट की गई नजरें आई। ये हैरान कर देने वाली मां की नजर से फूल निकल गए. थोड़ी ही देर में दूसरा संदेश आया कि 6 लाख रुपये तैयार करके तुम कॉल लगाओगे।

2 दिन पहले साझे में सामुहिक कांड का पुलिस ने खुलासा किया था। दो दिन पहले कॉलेज के लिए ब्लास्टर गायब हो गया था। शाम तक व्हाट्सएप पर एक कॉल आई थी। जिसमें किडनैपिंग और रैंडी प्रिंसेस की बात में पुलिस को बताया गया था। बताया गया कि टोडी फ़िज़ानगर इलाके की रहने वाली नंदनी छात्रावास में जेनमसाइफल्स की दुकान है। दो दिन पहले नंदनी अपने घर से कॉलेज के लिए निकली थी। लेकिन जब शाम नंदिनी घर नहीं आई। इसके बाद उनकी खोज को छोड़ दिया गया।

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लड़की के पिता मोबाइल पर मैसेज आया. जिसमें रेलवे को बंधक बनाए रखने का एक वीडियो भेजा गया था। उनके पिता को 6 लाख रुपये की छूट मिल गई थी। न डिलेवरी पर इलेक्ट्रोनिक को जान से मारने की धमकी दी गई थी। घटना की सूचना पीड़ित ने टोडी, मुजफ्फरनगर थाना पुलिस को दी थी। इस पर टोडीफतेहपुर थाने की पुलिस ने अन्य थाना क्षेत्र में वाइस केस से अपना पल्ला झाड़ लिया था। वहीं, घटना की सूचना पीड़ित इलाके ने पुलिस क्षेत्र साजूमौरानीपुर को दी. जिसके बाद पुलिस की जांच में आई जांच में खुलासा हुआ था।

पुलिस की असलियत के इस मामले में जैसे-जैसे आगे बढ़ता है। पुलिस का शक्स नर्सिंग होम बहुत तेजी से बढ़ा। इस पूरे जर्नलिस्ट घोटाले का खुलासा करते हुए कहा कि ऑनलाइन गेमिंग कॉलेज में छात्रों के पास काफी रुपए थे। ऑनलाइन गेमिंग में बड़ी नॉट्स के बाद का छात्र था। इसके बाद होने वाली सुपरमार्केट ने अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर खुद के हिस्से की साजिश रची।

ऑनलाइन गेमिंग में रुपये के हार के बाद नंदिनी अपनी एक दोस्त के साथ दिल्ली के लिए निकल गईं। नंदनी ने अपने एक दोस्त के साथ खुद के बंधक बनाए जाने की पूरी साजिश रची और अपने पिता के मोबाइल पर वीडियो भेजा। अपने ही दोस्त से अपने ही पिता को फोन कर खुद के असली मुक्त इंजीनियर जाने के लिए 6 लाख रुपये की रकम की मांग करवा दी।

इस परमाणु घोटाले के खुलासे के लिए पुलिस ने व्हाट्सएप कॉल के कुछ देर बाद ही तीन चार लोगों को हिरासत में ले लिया था। तीसरी तिमाही से पूछताछ में पुलिस को मोबाइल पर भी हाथ लगाया गया, जिससे नंदनी के पिता को उनकी बेटी के बंधक बनाए रखने का वीडियो भेजा गया। इस मामले में अल्ट्रासाउंड पुलिस ने नाबालिग नंदिनी और उसकी एक दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। नंदिनी समेत 5 नाबालिग इस फर्जी घोटाले के मामले में गिरफ्तार किए गए हैं.

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