उत्तर प्रदेश

सफलता की कहानी: पिता डीजीपी, बेटी डीसीपी, दोनों ने पास की यूपीएससी परीक्षा, ऐसे बने आईपीएस अधिकारी

आईपीएस सुधीर सक्सेना, एमपी डीजीपी: यह कहानी है परमाणु ऊर्जा मण्डल के प्रमुख द्वीप पिपर्सेना और उनकी बेटी शत्रुघ्न सक्सैना (आईपीएस सोनाक्षी सक्सैना) की. दोनों ही हिमाचल प्रदेश कैडर के अधिकारी (आईपीएस अधिकारी) हैं। इनदिनों दोनों की काफी चर्चा में हैं। असल में 30 नवंबर को आदिवासियों की सेना की पकड़ हो रही है। इस दौरान भोपाल के मोतीलाल नेहरू मुहर्रम टेडयिम को अंतिम विदाई दी गई। जिसमें मिर्जा सप्लायेना को उनकी स्ट्रेंथ (डीसीपी) बेटी सॉसेज मेकर भी शामिल है। वडोदरा प्रदेश पुलिस के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब रियासत के पिता (डीजीपी) को उनकी बेटी फेयरवेल परेड में वेगास देवी मिली। आइए जानते हैं दोनों के पसंदीदा बनने की कहानी…

आईपीएस सुधीर सक्सैना प्रोफाइल: आईपीएस सुधीर सक्सैना कब बने थे चिप्स
15 नवम्बर 1964 को जन्में अवेल्प कुमार एस जापानी सेना मूल रूप से टोकियोवालियर के रहने वाले हैं। ips.gov.in पर अपलोड की गई जानकारी के अनुसार फॉलोअर्स बनने से पहले जूनियर इंजीनियर इंजीनियरिंग के सहायक छात्र रह रहे हैं। पहले बी.डी. उसके बाद एमटेक भी किया। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद गांधी संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल रिजल्ट परीक्षा दी गई और वर्ष 1986 में यूपीएससी की परीक्षा पास की गई। वर्ष वह 1987 में बैचलर ऑफीशियल ऑफिसर बने। 15 दिसंबर 1987 को उनकी नई क्रांति के पैड पर हुई।

आईपीएस सुधीर सक्सेना पोस्टिंग: कहां रही पोस्टिंग
फ़्लोरिडा के बनने के बाद अलैहस्तानी सारायलीना छिन हिंद, रायगढ़, रायगढ़, नागालैण्ड आदि अपवित्र के पुलिस कप्तान रह रहे हैं। इसके बाद वह कई अलग अलग उत्तरदाताओं पर काम कर रहा था। वर्ष 2012 से 2014 तक वह तूफान प्रदेश के सीएम की भी मांग कर रहे थे। 2014 से वर्ष 2016 तक वह प्रमुख प्रमुख रहे। बाद में परामर्शदाता के रूप में सीआईएसएफ (CISF) के रूप में भी परामर्श दिया गया। वर्ष 2022 में साओ रिज़र्व सेना (एमपी डीजीपी) बने। अब 30 नवंबर को वह ग्राहक बन रहे हैं।

आईपीएस स्टोरी: इंजीनियरिंग से लेकर ‘डॉक्टर’ तक, नए डीजीपी के पास हैं ऐसे डिग्रियां, जानकर हो जाएंगे हैरान

आईपीएस सोनाक्षी सक्सेना प्रोफाइल: चटनी कैसे बनीं
नागालैंड प्रदेश के साझीदार साएरा जनजाति खुद तो अधिकारी अधिकारी ही हैं। उनकी बेटी नताशा भी पिता की तरह पसंदीदा बन गयीं। 11 दिसंबर 1992 को जनमाहीं स. वह लॉ में ग्रेजुएट हैं। लैपटॉप ग्रेज्यूएशन के बाद यूपीएससी की परीक्षा दी और साल 2019 में लैपटॉप के लिए सब्सक्राइबर्स को चेक किया गया। 2020 में अलगाववादी बनाया गया। उनकी नई खुराक 28 दिसंबर 2020 को अफवाह के रूप में हुई। सबसे पहले सिटी पुलिस इंदौर में एसीपी (एसीपी) के रूप में स्थापित की गई थी। उनके बाद उनकी स्टायल्टर भोपाल के लिए हो गई, जिसके बाद तेदोशी भोपाल थोरैसिक बिल्डर्स (डीसीपी) के पद पर कार्यरत हैं।

डीएम स्टोरी: संभल को अनैच्छिक वाले आदर्श कौन? स्नातक शिक्षक से बीडीओ, एसडीएम से बनें आईएएस

टैग: डीजीपी कार्यालय, आईपीएस अधिकारी, आईपीएस अधिकारी, यूपीएससी, यूपीएससी परीक्षा, यूपीएससी टॉपर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *