उत्तर प्रदेश

सूखी जमीन पर करें ये अनोखी फल की खेती, तीन दिनों में मिलेगी महंगाई की मार, इन स्टेप्स को फॉलो करना होगा फॉलो

ड्रैगन खेती: पिछले कुछ वर्षों से विदेशी फलों की मांग तेजी से बढ़ रही है। इन फलों में ड्रैगन आकृति भी शामिल है। जैसी-जैसी माँग सामान वैसे-वैसे किसानों का रुझान भी इसकी खेती की तरफ बढ़ा हुआ है। कई किसान हैं जो ड्रैगन तितली की खेती से तगड़ी कमाई कर रहे हैं। लोक 18 से बात करते हुए हुए कृषि विशेषज्ञ समझाते हैं कि ड्रैगन बुक की खेती कैसे करें, कैसे करें और क्या न करें। इन बातों का ध्यान रखें खेती करने पर आपको बंपर गर्व होगा।

ड्रैगन ड्रैगन पूरी दुनिया में मशहूर है
ड्रैगन ड्रैगन जिसे भारत में कमलम भी कहा जाता है, इसका पौधा चढ़ने का एक तरीका है। बाईसा में ये पिता का नाम से प्रसिद्ध है. ये पूरी दुनिया में न सिर्फ अपने रंग और फर्म की वजह से मशहूर है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य भी हैं। भारत में ड्रैगन का दावा 2017 में 327 टन के साथ शुरू हुआ था, जो 2019 में 9,162 टन तक तेजी से बढ़ा और फायदा हुआ। 2020 और 2021 के लिए डीजल लगभग 11,916 और 15,491 टन है।

सूखी जमीन पर भी उत्पादन किया जा सकता है
ड्रैगन की खेती के पहले साल में आर्थिक उत्पादन बहुत तेज प्रोफिट के साथ मिलता है और पूरी तरह से शानदार उत्पादन तीन-चार साल में होता है। किशोरावस्था की आयु लगभग 20 वर्ष होती है. स्थापना के दो वर्ष बाद औसत दर्जे का एक वर्ग 10 टन का है। भारतीय अनुसंधान कृषि संस्थान के एक शोध के अनुसार ड्रैगन की खेती में ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती और इसे सूखी जमीन में भी रखा जा सकता है।

1 महीने में ही मुलाकात का फायदा
लोक 18 से खास बात, प्रसिद्ध कृषि विशेषज्ञ बाबूलाल मौर्य ने बताया कि ड्रैगन की खेती के लिए सबसे अच्छा तापमान 20-30 डिग्री सेल्सियस तक माना जाता है, लेकिन उत्तर प्रदेश की तरह उत्तर प्रदेश में भी गर्मियों में लगातार तापमान काफी बढ़ जाता है। ऐसे में किसान अपनी ड्रैगन तितली की फसल को गर्मी से बचाने के लिए नेट लगा सकते हैं।

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पानी तो दस से 5 मिनट के लिए पानी पर भी एक उपाय है। इससे तापमान कम हो जाएगा. उन्होंने बताया कि ड्रैगन प्रोटोटाइप की अगर अच्छी नस्ल की बीज मिल जाए और असेसमेंट पर ठीक से ध्यान दिया जाए तो न केवल उत्पाद बेहतर होता है, बल्कि पहले ही फायदा नजर आता है। ड्रैगन जैसा दिखता है तो दो साल बाद फल देता है। चारागाह सही मायने में सही जाए तो यह केवल वर्षों में ही आपको लाभ देगा।

टैग: कृषि, स्थानीय18

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