बिहार

टीवी चैनल पर कुछ ऐसा देखने को मिला, इस स्पेशल ने स्केल इनकम का जरिया, ड्रैगन का सिक्का और मून प्रोडक्शन से डबल इनकम हासिल की

दर:- सब्जियों के पताही के रहने वाले एक किसान को टीवी से ऐसी जानकारी मिली, जिस पर वह रिसर्च करने लगे और आज वह सफल किसान बन गए। दरसल तलवार के रहने वाले एक किसान ने हैरान कर दिया। इस किसान का नाम मकर शर्मा है। इस किसान ने अपनी दुकान की छत पर ड्रैगन ड्रैगन और बगल में चंद्रमा का उत्पादन किया है। साथ में ही लॉकी, कद्दू और बैंगन आ रहे हैं। युवा टाइम पास के लिए एक छोटा सा स्टोर शुरू कर रहे हैं, लेकिन उनकी शौक़ीन खेती बबी की तरफ से शुरू हो गई है।

टीवी पर ड्रैगन ड्रैगन और चंद्रमा का ज़िक्र
ऑटोमोबाइल 18 वर्षीय ऑटोमोबाइल में एक बार टीवी चैनल पर ड्रैगन फ़्लोरिडा और मून का ज़िक्र सुना गया है। फिर उनके मन में जिज्ञासा आई कि आखिर तीन हजारी फलों की खेती कैसे होती है। दादाजी ने इसकी ऑनलाइन खरीदारी शुरू कर दी है। जैसे ही पता चला कि ड्रेगन में भी इसकी खेती हो सकती है, तो उन्होंने ड्रेगन के औजारों को ऑनलाइन जोड़ा और अलग-अलग तरीकों से अपनी दुकान पर इसकी खेती शुरू कर दी।

आज वह ड्रैगन ड्रैगन और मशरूम का सफल प्रोडक्शन कर रही हैं। अभी ड्रैगन स्केच का सीजन नहीं है, लेकिन मशरूम से आज वह लोकल लेवल पर 8 से 9 हजार रुपये कमा लेते हैं। ये किसी भी तरह का खास बिजनेस नहीं है. वहीं सब्जी बनाने के बाद अब इन्हें आपके घर के लिए सब्जी बाजार से खरीदकर लाने की ज्यादा जरूरत नहीं है।

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1000 रुपये किलो बिकता है फल
किसान हनुमान शर्मा ने लोकल 18 को बताया कि टीवी पर ड्रैगन ड्रैगन के बारे में जानकारी दी जा रही थी, जिसमें ड्रैगन ड्रैगन के बारे में बताया जा रहा था कि 1000 रुपये के बच्चे का फल है, तो देखने के बाद मन में आया कि हम ऑनलाइन हैं पेड़ उगाए, तो ख़राब निकला। फिर आज जो मेरे पास हाइवा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव से ही लाया गया था, जिसमें साल का 40 से 45 फल आ रहा है।

साथ ही अब पेड़ भी बढ़ रहे हैं, तो फल भी बढ़ता है। वह 2009 से ही मून के प्रोडक्शन में काम कर रहे हैं और धीरे-धीरे-धीरे-धीरे करके आज इस जगह पर हैं कि जो पहले छोटे लेवल पर खेती कर रहे थे, आज बड़े लेवल पर कर रहे हैं। बताएं कि किसान खेती के लिए खाद भी खुद से तैयार करते हैं। वह खाद गोबर, दूध और दही से तैयार करते हैं।

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