
एक साल देश और एक साल विदेश में पढ़ाई करेंगे छात्र, ये यूनिवर्सिटी दे रही खास मौका
<पी शैली="पाठ-संरेखण: औचित्य सिद्ध करें;">दिल्ली सरकार का गुरु गोबिंद सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय एक ऐसा कोर्स शुरु करने जा रहा है, जिसमें छात्र पहले ही साल विदेश में और दूसरे साल अपने देश में पढ़ाई करेगा इसके लिए विश्वविद्यालय ने पोलेंड की एजीएच यूनिर्वसटिी ऑफ क्राको से करार किया है इस कोर्स में कुल 48 सीटें होंगी और इसमें दाखिले विविद्यालय द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा से होगी.
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर महेश वर्मा ने बताया कि डीयू एक नया डुअल डिग्री कोर्स शुरु करने जा रहा है यह नया कोर्स आगामी सत्र 2025 से शुरु होगा कुलपति ने बताया कि विविद्यालय मास्टर ऑफ साइंस इन डिजिटल प्रोडक्शन फोर सस्टेनेबल मैन्यूफैक्चरिंग कोर्स शुरु करने जा रहा है इस कोर्स में छात्रों को दो डिग्री मिलेगी एक डिग्री भारत में काम आएगी दूसरी डिग्री यूरोप में काम आएगी यह कोर्स दो साल का होगा.
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कहां होगी पढ़ाई
इस कोर्स के तहत पहले साल के दो सेमेस्टर की पढ़ाई पोलेंड के एजीएच यूनिर्वसटी ऑफ क्राको में होगी इसी प्रकार बाकी दूसरे साल के दो सेमेस्टर यानि एक साल की पढ़ाई विश्वविद्यालय के द्वारका स्थित कैम्पस में होगी प्रोफेसर वर्मा ने बताया कि इसकी फीस में कोई भी यूरोपियन फीस नहीं लिया जाएगा इसकी फीस विश्वविद्यालय द्वारा तय सामान्य फीस होगी उन्होंने कहा कि इसके दाखिले की प्रक्रिया जनवरी 2025 से शुरु होगी.
क्या है जरूरी?
इस कोर्स में दाखिले लेने के लिए छात्र का टेक्नोलॉजी या इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट होना अनिवार्य है इस कोर्स की क्लासेज मार्च 2025 में शुरु होंगी प्रोफेसर वर्मा ने बताया कि इसके अलावा, जीजीएसआईपीयू के ऑफ़शोर परिसर की स्थापना गिनी गणराज्य में करने की योजना भी बनाई गई है.
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