
खारा पानी पीने को मजबूर 10 हजार लोग; कई लोगों को पेट की समस्या! 5.29 करोड़ की योजना आधार में…
बाला घाट. बालाघाट की मायल नगरी तिरोड़ी में 10 हजार से ज्यादा आबादी है, जहां 5 करोड़ 29 लाख रुपए की लागत से मुख्यमंत्री जल सहयोग योजना शुरू की गई। लेकिन यह योजना चार माह से ऑपरेट की गई है। ऐसे में यहां के लोगों को कठोर जल स्तंभों से गुजरना पड़ रहा है। इससे उन्हें पेट संबंधी विकार भी हो रहा है। ऐसे में लोकल 18 दस हजार की आबादी वाले गांव में पहुंच गया। देखिए हमारी खास रिपोर्ट…
चार माह से बंद है योजना
मुख्यमंत्री जल नवीनीकरण योजना तब के सीमांत मंत्री गौरीशंकर बिसेन वर्ष 2014-15 में प्रारंभ हुई थी। यह योजना शुरू हुई तो ठीक से चली गई लेकिन कुछ समुद्र तटों से इस योजना में कई खामियां आई, जिससे यह योजना विफल दिखाई दे रही है। अब यह योजना चार महीने से बंद है।
योजना में ये बटुआ बन रही बाधा
बावनथड़ी नदी पर रेज़्यूमे तक जाने के लिए प्रोजेक्ट्स का निर्माण हो रहा था। दृश्ट तो बना लेकिन अति वृष्टि के साथ यह हो गया। इसके बाद उस पुल का निर्माण नहीं मिला। यह पाइप लाइन जगह-जगह से पसंद है, जिससे गांव तक पानी नहीं पहुंच पाता है। इस रूट पर 15 से अधिक स्थानों पर लीकेज की समस्या है। वैक्यूम इन लॉज के रिपेयरिंग का काम चल रहा है। यह परियोजना अपग्रेड विद्युत लाइन से जुड़ी हुई है। ऐसे में बार-बार लाइन ट्रिप मोटर बंद हो जाती है। और गांव की स्थित मछलीघर में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। ऐसे में गांव की जनता को पानी नहीं मिल रहा है।
पाइप लाइन के लिए पुरानी तिरोडी तक पानी की गाइडलाइन सही नहीं है। असली, पुराना तिरोड़ी मुख्य भूमि पर स्थित है। ऐसे में यहां पर पाइप लाइन की सुविधा सही ढंग से नहीं पाई जाती है। इससे यहां पर पानी नहीं पहुंच पा रहा है। बाद में इसके लिए बाजार भी बनाया गया लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ।
ख़राब पानी से बन रही ये मुसीबत
तिरोड़ी ग्राम पंचायत के लोगों को बोर का पानी स्टाम्प कर रही है। यह मोबाइल मोबाइल है. ग्रामीण शिक्षक यहां के पानी में अभ्रक की मात्रा मिली हुई है। ऐसे में लोगों को पेट, बाल झड़ना और त्वचा संबंधी रोग हो रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा समस्या पेट से जुड़ी है.
जानें क्या है ये योजना
मुख्यमंत्री जल समृद्धि योजना में तिरोड़ी में बावनथड़ी नदी का पानी पहुंचाना था। इसके लिए ग्राम बम्हनी में एक प्लांट लगाया गया है। जहां पर बांसनाथ नदी का पानी देखने के लिए जाया जाता है। यहां से पानी तिरोडी के वॉटर टैंक में खरीदा जा सकता है। इसके बाद पूरे गांव में पानी की बौछार हो गई।
लाखों की योजना के लिए कोई जिम्मेदार नहीं
इस प्रोजेक्ट में कई खामियां हैं. इन इमाम को लेकर लोकल 18 ने जिम्मेदारियों से बातचीत की तो, इसकी जिम्मेदारी लेने के लिए कोई तैयारी नहीं हुई. सबसे पहले उल्लेख किया गया है कि सरपंच फौजदारी खान से बातचीत की, तो उन्होंने कहा कि दो मिनट में कॉल करके बताता हूं। इसके बाद उनके पति ने लोकल 18 से बात की कि उन्होंने बताया कि योजना में कुछ खामियां अपना पैसा ले रही हैं। वहीं, इसके लिए 46 लाख रुपये की सेपरेट विद्युत लाइन भी बनवाई जाएगी। उनका ये भी कहना है कि अभी तक पंचायत ने योजना हैंडओवर नहीं की है. ऐसे में इसके लिए कंपनी जिम्मेदार है.
इसके बाद लोकल 18 ने काम करने वाली कंपनी से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने बताया कि तीन साल पहले ही कंपनी ने हैंडओवरवेट पंचायत को योजना दी थी। ऐसे में इस योजना में आ रही इमामत में जिम्मेदारी लेने की तैयारी नहीं है। वहीं, विविधतापूर्ण विभाग के अधिकारी से संपर्क नहीं हो सका।
टैग: जल जीवन मिशन, स्थानीय18, मध्य प्रदेश समाचार, मोहन यादव
पहले प्रकाशित : 18 दिसंबर, 2024, 22:47 IST