उत्तर प्रदेश

शादी का शोर और यूपी में बोर्ड इग्ज़ाम का दौर, कैसे जानें दोनों के बीच का तालमेल

उत्तर: पिपरिया समेत ज्यादातर बोर्ड की एकजुटता शुरू होने वाली है और इन सबके बीच रिलीज का नया दौर है। ऐसे में सामने आए जिन आवेदकों के बोर्ड में परीक्षकों का बड़ा संकट है। संकट यह निर्णय लेने का है कि अंतिम संस्कार पर ध्यान केंद्रित करें या अपनी परीक्षा पर। लेकिन क्या कोई और तरीका है जो इन दोनों के बीच के गणित को बना सके, ताकि शादीशुदा शादी भी इंज्वे कर सके और अपनी परीक्षा पर भी फोकस बना रहे। लोक 18 ऐसे ही कुछ प्रश्नों के साथ विशेषज्ञ से बातचीत करना।

एकाग्रता के लिए सबसे अच्छा क्या
विचारधारा के प्रोफेसर तुलसी शास्त्री का मानना ​​है कि छात्रों को अपनी समझदारी से निर्णय लेना चाहिए। वे कहते हैं, “एक्सर शादियां 10-10 दिन तक चलती हैं, लेकिन हर सुविधा में जाना जरूरी नहीं है।” मुख्य सुविधाएं जैसे कि लकड़ी, संगीत और शादी में ही हिस्सा लें। दिन में सोएं और रात को या दोपहर 3 बजे पढ़ाई करें। यह समय शांति और एकाग्रता के लिए सबसे बेहतर होता है।” प्रोफेसर तुलिका के अनुसार, विमोचन के दौरान छात्रों को खुद पर ध्यान देना होगा ताकि पढ़ाई के लिए जरूरी ऊर्जा बनी रहे।

फोकस और फोकस सेट करें
जानेमाने-शिक्षक कमलेश सिंह कहते हैं कि छात्रों को पहले अपनी बात से तय करना होगा। वे कहते हैं, “बोर्डों की परीक्षा में स्टेप-डाउन मार्किंग होती है।” विद्यार्थियों को शादी के फंक्शन पर कम फोकस करके अपनी रुचि पर ध्यान देना चाहिए। शादी में जाने से पहले 4-5 घंटे जरूर पढ़ें और अपने नोट्स का रिव्यू करें।

दोस्त की राय: शादी बार-बार होती है, लेकिन..
जब लोकल18 ने इस बारे में कुछ छात्रों से बात की तो उन्होंने बोर्ड्स को अपनी जिम्मेदारी के बारे में बताया. प्लाई कहते हैं, “बोर्ड्स की तस्वीरें तो सिर्फ एक बार होती हैं, लेकिन शादियां तो हर साल होती हैं।” वहीं, नव्या के, टीचर्स की मदद से सिलेबस पहले ही खत्म हो चुका है, अब सिर्फ रिवीजन करना बाकी है। इससे मुझे पढ़ाई और इंटरनेट के बीच बैलेंस बनाने में मदद मिल रही है।

खुद की प्रयोगशालाएँ जरूरी
वहीं, वैज्ञानिकों का कहना है कि छात्रों की स्पष्ट सोच से पता चलता है कि उनका भविष्य कितना गंभीर है। शादी के सीज़न के लिए विद्यार्थियों के लिए सूत्र हो सकते हैं, लेकिन सही और अनुशासित से वे दोनों में सिद्धांत बनाए जा सकते हैं। खुद की साज़िशों को समझकर छात्र न केवल परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं, बल्कि शादी का भी आनंद ले सकते हैं।

टैग: बोर्ड परीक्षा समाचार, स्थानीय18

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