बिहार

यूपी में बैठकर हाजिरी भरने वाले बिहार के शिक्षकों की चालाकी स्कूल निरीक्षण के दौरान सामने आई

जमुई. बिहार के शिक्षक हैं, तो उनकी क्षमता पर कभी संदेह नहीं किया जा सकता. बिहार के शिक्षक अगर स्कूल में हैं, तो बिना किसी स्रोत के बच्चों को ऐसी पढ़ाई देते हैं कि-बैट स्कूल में उनके सामने पानी की प्रतिमा लगी हुई है। वहीं अगर ये शिक्षक अपने पर आ जाएं तो शिक्षा विभाग को भी पटखनी दे दें। कुछ ऐसा ही है जमुई के रेस्टोरेंट ने।

जमुई के शिक्षक उत्तर प्रदेश में अपनी हाजिरी बना रहे हैं और विभाग को इसकी सब्सिडी तक नहीं है। इसके अलावा अलग-अलग जगह से भी शिक्षक अपने स्कूल की उपस्थिति बना रहे हैं। आलम यह है कि ऑनलाइन उपस्थिति में तो शिक्षक की अजीब दिख रही हैं, लेकिन विद्यालय से शिक्षक नदारद दिख रहे हैं।

यूट्यूब का ये जुगाड़ कर देगा हैरान

जमुई जिले से लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। जहां ऑनलाइन उपस्थिति बनाने को लेकर फ़र्ज़ी ऑफर सामने आ रही है। बिहार में इन दिनों फेस ऐप के माध्यम से ऑनलाइन ऑनलाइन ओजी बनायानी डाउनलोड किया जाता है। लेकिन, बिहार के सुपरस्टार ने इसे जबरदस्त तरीके से लॉन्च किया है। टीचर अपने मोबाइल फोन को फ़्लैट मूड में लेकर अपनी हाजिरी बना ले रहे हैं। जिस कारण विद्यालय से बाहर रहना के बाद भी उनकी उपस्थिति बन जा रही है। विभाग के वीडियो फुटेज में काफी नकली सामान बना हुआ है और धोखेबाजी करने वाले इंजीनियरों को भी पकड़ा जा रहा है। लेकिन, ऐसे केस कम होने का नाम नहीं ले रही है। शिक्षक कभी फोटो से फोटो खींचकर उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं, तो कभी कोई जुगाड़ लगा विभाग के नाक में दम कर रहे हैं।

एक बार फिर सामने आया ऐसा ही मामला

एक बार फिर जिले में ऐसा ही मामला सामने आया है। जब विभाग ने फर्जी तरीके से अपॉइंटमेंट बनाने वाले दस्तावेज को पकड़ा है। विभाग ने सभी परमाणु हथियारों के खिलाफ कार्रवाई की है और एपीओ की मांग की है। शिक्षा विभाग के रेंडम जांच में सोनो खंड क्षेत्र के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कर्मतांड के तीन शिक्षण संस्थानों की उपस्थिति में जालसाजी और धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है।

एक्शन के खिलाफ़ इन इकाब्लिकम को लिया गया

विभाग ने विद्यालय की शिक्षिकाओं बबीता कुमारी, शिक्षक कृष्ण मित्र और मो. मुख्तारआलम से अर्जनि की मांग की है. एक यूपी में तीन अविश्वासियों से भी रहने वाले हैं। इन सोसाइटी के फोटो से फोटो खींचकर ई-शिक्षाकोश एप पर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। वहीं ऐसा ही मामला अलग-अलग स्कूल में भी पहले सामने आया है। शिक्षा विभाग के डीइ कोचिंग (स्थापना) पारस कुमार ने कहा कि उन्हें भी इस मामले की जानकारी है और ऐसे मामलों की जांच करने के बाद स्कूल को लेकर लगातार काम किया जा रहा है। लेकिन, इसके बावजूद बिहार के शिक्षकों का नाम नहीं ले रहे हैं और लगातार उनके द्वारा धोखाधड़ी का मामला सामने आ रहा है।

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