
पटना में BPSC अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन को खान और रहमान सर का समर्थन मिला, दोबारा परीक्षा के लिए नोटिस जारी करने की मांग की गई
पटना. आज दसवें दिन भी जारी हो रहा है पटना के बांडी बाग स्ट्राइक स्थल पर बीपी पैसेंजर्स का प्रदर्शन। 70वीं बी.पी.एस.सी. का री एग्ज़ाम शेयर बाजार की मांग को लेकर हो रहे इस आंदोलन ने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है। हाल के दिनों में सुपरस्टार पर लाठीचार्ज की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं। आज प्रदर्शन के दौरान एस्टर को खान- हमान समेत पटना के सभी बड़े इंजीनियरों का समर्थन मिला।
शिक्षक एक मंच पर ज्ञान आयोग को चेतावनी देते हुए कहा गया है कि री-एग्जाम का नोटिस आज ही जारी होगा। इस तरह के अनुयायियों का उत्साह चरम पर पहुंच गया और सभी ने अपनी मांग के समर्थन में आधारशिला रखी। करीब तीन से चार घंटे तक मंच पर सुपरस्टार्स और स्टार्स की एकजुटता देखने को मिली। लेकिन शाम 4 बजे अचानक खान सर ने आयोग कार्यालय में जाने की बात कही और वहां से निकल गये. इसके बाद धीरे-धीरे अन्य शिक्षक भी स्ट्राइक साइट से जाने लगे, जिससे छात्रों के अंदर एक अजीब सी घटिया बात पैदा हो गई।
आयोग जाने की बात कह निकले खान सर
स्ट्राइक स्थल से अपने बाउंसर्स के साथ जब खान सर निकले तो बाउंसरों के बीच हंगामा हुआ कि अब खान सर आयोग कार्यालय की ओर निकल रहे हैं। इस दौरान उनके पीछे घोड़े की भीड़ दौड़ लगाई। अब ऑफिस कमीशन की ओर से मार्च करने की तैयारी है। लेकिन, जैसे ही खान सर और उनके बॉडीगार्ड गेट से निकले, गेट को वापस बंद कर दिया गया। इसके बाद खान सर अपनी गाड़ी में बैठ गए। खान सर को ऐसे मिले देखकर दादा का गुस्सा फूट पड़ा। बाबर ने कहा कि ”हम लोगों को ऐसे बीच मंझधार में छोड़ दिया गया”.
रहमान सर की इमामी तबियत
खान सर के जाते ही बस देर से ही सही लेकिन बाद में गुरु रहमान की भी तबीयत खराब हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरु रहमान की तबियत सुबह से ही खराब थी। इसके बावजूद भी वो स्ट्राइक साइट्स ऑन नॉर्थ एंड कॉन्स्टेंट मंच से ग्रेगेट दिखाई दिए। खान सर के गये ही कुछ देर बाद गुरु रहमान की तबियत का वर्णन हुआ। फिर अपनी निजी गाड़ी से वो भी चले गए.
ज्ञान बिंदु वाले अंतिम आनंद भी निकलते हैं
रहमान सर के जाने के कुछ देर बाद ज्ञान प्वाइंट नाम से कोचिंग किराए वाले अमानत सर भी स्ट्राइक स्थल से आश्रम लगे। इसी दौरान गेट के पास एक ने कहा कि आनंद सर का हाथ अपने सिर पर रखते हुए कहा कि “सर मेरी प्रशंसा खा कर बोलिए, लौटकर जरूर आएंगे।” अज़ाब अवंत ने जवाब दिया कि “रात को फिर आ रहे हैं”।
इंजेक्शन भी निकाला जा सकता है
फाइक आनंद सर के जाने के कुछ देर बाद साजिर झा सर भी आश्रम लगे। जब लोकल 18 ने अपनी करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि कहीं नहीं गया है। सभी अपने-अपने स्तर से जुड़े हुए हैं कि कैसे जीत हासिल की जाए। हम अभी गाड़ी के पास जा रहे हैं. इसके बाद वो भी गाड़ी में निकल गए.
“बीच मंझधार में ठीक हो गए सब चले गए”…
पटना के सभी शिक्षक जिस तरह से हड़ताल स्थलों से निकलें, बांद्रा के बीच कटहल का विषय बन गया। हर तरफ चर्चा होती रही कि आखिर सभी लोग चले क्यों गए। कुछ लोकल ने 18 से करते हुए कहा कि बात समझ नहीं आ रही है, आखिरकार बारी-बारी से सभी शिक्षक ऐसे थे कि हम लोग बीच मंझधार में ठीक क्यों चले गए। खैर, यह आंदोलन कल जारी रहेगा और जबतक मांग पूरी नहीं होगी तबतकरिलीज रहेगी।
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पहले प्रकाशित : 27 दिसंबर, 2024, 21:11 IST