
झारखंड श्रम विभाग 24 जिलों में गरीब बच्चों के लिए स्कूल खोलेगा: सीएम – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव

विलायती सोरेन
– फोटो : एनीनी (एफएएफए)
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झारखंड में कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है। इसे लेकर एक तरफ जहां धार्मिक राजनीतिक संप्रदाय की तरफ से अपना-अपना दल जा रहा है। वहीं राज्य में अस्थायी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं और मुख्यमंत्री वैलेंटाइन सोरेन की ओर से सरकारी मंजूरी का अनुमोदन और अनुमोदन जारी है। इस कड़ी में आज डीएमके के दौरे पर सीएम रसेल सोरेन ने बड़ी मंजूरी दी है।
24 सैलून में स्कूल सुपरमार्केटगा श्रम विभाग-सोरन
सीएम रसेल सोरेन ने कहा कि राज्य का श्रम विभाग अगले वर्ष 24 वर्ष से 24 वर्ष की आयु में बच्चों के लिए स्कूल स्कूल का काम शुरू करेगा। जिले में एक सरकारी समारोह में सीएम सोरेन ने यह भी कहा कि झारखंड में मॉडल स्कूलों की संख्या वर्तमान में 80 से बढ़कर 5,000 हो जाएगी, ताकि गरीबों के निजी ठिकानों के छात्रों के साथ मिलकर दोस्ती की जा सके।
सीएम ने 36,996 बच्चों को ऑफर लेटर दिया
इस कार्यक्रम में, मुख्यमंत्री ने लगभग 36,996 युवाओं को लैटर पॅरीज़ की पेशकश की, जिसमें कई राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय संस्थानों में भर्ती की गई थी। सीएम सोरेन ने युवाओं के प्रवेश के लिए ब्लॉक-स्मारक दस्तावेजों के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए कौशल अधिग्रहण के साथ-साथ यात्रा और बेरोजगारी आश्रम भी स्थापित किए। इसके अलावा, सीएम ने डैमेज डिस्ट्रिक्ट के लिए करीब 178.12 करोड़ रुपये की 217 कोसेल्स का अनावरण किया।
‘अगले साल से इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होगा’
सोरेन ने कहा कि युवा श्रम विभाग के माध्यम से रोजगार पाने से पहले कई विद्वानों ने अपनी शिक्षा प्राप्त की है। लेकिन, अब 24 अप्रैल को आश्रम में ‘आदिवासी विद्यालय’ (विभाग के आवासीय विद्यालय) की शुरुआत होगी। सीएम ने आगे कहा कि वहां गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ने का मौका मिलेगा। हम अगले साल से इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू करेंगे।
वहीं, मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा, आप सभी को श्रम विभाग के सरकारी प्रशिक्षण प्रशिक्षण में प्रशिक्षित किया गया है और आपको अपने कौशल के अनुसार नौकरी मिल गई है। लेकिन, आपकी दौड़ में कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए। आप अपना भविष्य और आभूषण करा सकते हैं। यह आपके और आपके लक्ष्य पर निर्भर है।