बिहार

किसान के बेटे ने स्केल परिवार का मन, ऑफ़लाइन पढ़ाई कर क्रैक किया BPSC एग्ज़ाम, बने मास्टर साहब

अररिया:- कहते हैं कि अगर मेहनत और लगन से काम किया जाए, तो सफलता आपके कदम खुद उठाती है। ऐसा ही कुछ हुआ बिहार के रहने वाले मनीष कुमार के साथ. घर की स्थिति ऐसी थी कि वो पढ़ाई के लिए कहीं बाहर नहीं जा सकती थी। तब वे ऑफ़लाइन अध्ययन की और आज अररिया के कोसाकापुर के मनीष कुमार बीपी बास ट्रे 3 एकोलम क्रैक कर ट्रेनर बन गए हैं, उनके घर में खुशी का माहौल है। उनके घर में कोई भी शिक्षा नहीं है और पैतृक खेती-बबड़ी करते हैं। अररिया जिले के रानीगंज विधानसभा क्षेत्र कोसापुर दक्षिण के वार्ड संख्या 10 के रहने वाले किसान उपेन्द्र यादव के बेटे मनीष ने बीपी कंपनी में टायर-3 का रिजल्ट निकाला है। बता दें कि मनीष के पिता की खेती-बबड़ी करते हैं। वहीं मनीष कुमार ऑनलाइन फोन से पढ़ाई-लिखाई करते थे।

बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में बलया परचम
बीपीएससी माध्यमिक विद्यालय शिक्षक पद की परीक्षा में काशीपुर दक्षिण के होनहार छात्र मनीषी ने सफलता हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। विभु जो कि पौराणिक यादव के बेटे हैं, उनकी यही उपलब्धि पूरी पंचायत में जश्न का माहौल है। मनीष की सफलता पर पंचायत के मुखिया कृष्ण कुणाल, पैक्स अध्यक्ष हरिनंदन सिंह, उपमुखिया पांडव कुमार मंडल, पंचायत समिति सदस्य रमन कुमार मुखिया और कुमार केशव मंडल ने अपनी शुभकामनाएं दीं।

उन्होंने कहा कि यह सफलता न केवल विभु की मेहनत का परिणाम है, बल्कि यह पंचायत के बच्चों के लिए प्रेरणादायक भी है। मनीष कुमार के पिता पौराणिक यादव ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह हमारे परिवार के लिए गर्व का क्षण है। मनीष कुमार ने कड़ी मेहनत और लगन से यह कहां हासिल किया है। पंचायत के मुखिया कृष्ण प्रशांत ने कहा कि मनीष कुमार की सफलता से पूरे पंचायत का मान बढ़ा है। अन्य छात्रों के लिए एक प्रेरणा है कि यदि ईमानदारी और मेहनत से प्रयास किया जाए, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।

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पूरे परिवार में खुशियों की लहर
रानीगंज के कोसापुर पंचायत के एक किसान उपेन्द्र यादव के बेटे मनीष कुमार बीपी एक्सी परीक्षा पास कर शिक्षक बने। उन्होंने 10वीं की पढ़ाई गांव में ही की और 12वीं की पढ़ाई रानीगंज और मधेपुरा यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की पूरी पढ़ाई की। वहीं बीडीडी की डिग्री चंडीगढ़ से पूरी तरह से। एक किसान परिवार से आए हैं अर्थशास्त्री मनीष कुमार, उनकी इस कड़ी मेहनत से आज उनके परिवार में पूरे गांव में खुशी का माहौल है। मनीष कुमार ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि इस सफलता से उनके पिता जी, माता-पिता, चाचा और भाई के घर परिवार के सभी लोगों में खुशी का माहौल है।

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