
रेडियो तरंग कार्यक्रम समाचार – News18 हिंदी
दर. जेल में बंद कैदी को अपनी सजा तो जरूर काटी जा रही है लेकिन उनका मन पसंद प्यार से चेहरे पर मुस्कान भी है। वह बस फरमाइश करता है और गाना शुरू हो जाता है। जेल में बंद कैदी किशोर कुमार से लेकर कुमार सानू तक की आवाज में गीत-संगीत का मजा उठा रहे हैं। असली, स्केल स्थित शहीद खुदी राम बोस सेंट्रल कारा में साल 2023 में रेडियो तरंग की व्यवस्था लगवाई गई थी जिसकी एक बार फिर खूब चर्चा हुई है। ये अब पूरी तरह से शुरू हो गया है. रोज़ाना जेल में बंद कैदी अपने मनपसंद शायर की फरमाइश करते हैं और उस गाने का लुफ्त पोस्टर है।
यकींन जा रहा है चीख़ का मनपसंद गाना
जेल अधीक्षक ब्रिजेश कुमार फेथ के अनुसार जेल के रेडियो तरंग पर तीन तरह के कार्यक्रम प्रसारित किये जा रहे हैं। सुबह साढ़े छह बजे से साढ़े सात बजे तक नया सवेरा कार्यक्रम प्रसारित होता है। जिसमें भक्ति संगीत, धुन, संखद संगीत, सूफी संगीत, सकारात्मक समाचार का प्रसारण किया जाता है। वहीं दोपहर 12 बजे से ढाई बजे तक सदाबहार नगमे का कार्यक्रम प्रसारित होता है। वहीं इसमें पुराने हिंदी गाने, मुहावरे, कहानी, कविता भी प्रसारित किए जाते हैं। साथ ही अब वारंट के मन पसंदीदा गाने भी सुनाए जा रहे हैं।
रेडियो तरंग से लौटी रेजिमेंट के चेहरे की मुस्कान
साथ ही यह भी बताएं कि जेल में बंद कैदी अपना मनपसंद गाना सुनने के लिए जानकारी के तौर पर बंद लेटर बॉक्स में अपनी फरमाइश के अनुसार रिकॉर्ड रखते हैं। उसके बाद के गानों को देख कर पसंद किया जा रहा है। इससे बंद कैदी के चेहरे पर छोटी मुस्कान आती है। वहीं जेल कैप्टन ने बताया कि 2023 में आर्किटेक्ट प्रणव कुमार के द्वारा इसकी शुरुआत की गई थी। जिसके बाद यह सुविधा अब पूरी तरह से बेकार रूप से चल रही है। यहां किसी भी तरह की क्रीड़ा भाषा, संदेश, गाना आदि का प्रसारण नहीं किया जाता है। जो अच्छे गाने और अच्छे संदेश होते हैं उन्हें उनके पास रेडियो तरंग के माध्यम से पुनः प्राप्त किया जा रहा है।
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पहले प्रकाशित : 4 जनवरी, 2025, 23:06 IST