
दिमाग में पक रही थी बड़ी साजिश, मोहतरमा ‘अख्तर’ से बन गया ‘सिंह’, आईबी ने एयरपोर्ट से पकड़ी बड़ी साजिश | दिमाग में चल रही बड़ी साजिश, अख्तर से सिंह बनी बांग्लादेशी महिला आईजीआई एयरपोर्ट से पकड़ी गई
आखरी अपडेट:
हवाईअड्डा समाचार: सबसे पहले घुसपैठ कर भारतीय सीमा में घुसपैठ हुई थी। इसके बाद, उन्होंने सबसे पहले पश्चिम बंगाल को, और फिर फ़्लोरिडा के संगम विहार को अपना संग्रहालय बनाया। वह अपने असल मंसूबे में सफल हुआ, इससे पहले उसने उसे पकड़ लिया….और पढ़ें

हवाई अड्डा समाचार: एयरपोर्ट पर स्टेक इन मोहतरमा के दिग्गम में एक डेवेथ स्ट्रेटेजी पाक रही थी। इनका नाम आर्किटेक्चर के आड़े न आए, इसके लिए वह ‘अख्तर’ से अब ‘सिंह’ बन गए थे। हालाँकि यह बात दीगर की है कि वह अपने मंसूबों में सफल हो चुके हॉस्टलों में खेलता है, लेकिन इससे पहले साइकल ब्युरो को उसकी बीमारी पर शक हो गया था। इन खिलाड़ियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
विदेश, यह गठबंधन के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का है। करीब 27 साल की एक एसोसिएशन के तहत आने वाले ब्युरो ऑफ इमिग्रेशन के काउंटर पर डॉक्यूमेंट्री की मेरिटक्रूटनी के लिए स्टॉक हुआ। डॉकक्यूमेंट की स्मारकक्रुटनी के दौरान, इमिग्रेशन स्टूडेंट को इस सोसायटी के हावभाव में देखकर कुछ शक हो गया। वहीं, जब कुछ रूटीन प्रश्नोत्तरी शुरू हुई तो वह अपने मालिकाना हक की जगह बगले हुनने लग गए।
घुसपैठिए कर भारत में फंस गई थी कंपनी
इस संस्था का यह अभिन्न अंग है, जो कि शाक पुख का अपमान है। जिसके बाद, उनसे न्यायशास्त्र में लेकर पूछताछ शुरू हुई। जांच में पता चला कि लड़की के पासपोर्ट पर उसका नाम रिया सिंह और पता ग्रेटर वे सेलेक्टर 10 स्थित डायमंड हाउस का था। यूक्रेन के दौरान, इस सोसायटी के कबाड़े से एक बैन कॉमर्सलादेशी स्मारक राजकोली मंदिर कार्ड बरामद किया गया। जिससे पता चला कि ये रिया सिंह नहीं, बल्कि रिया अख्तर है।
पूछताछ में यह भी पता चला कि रिया करीब 14 साल पहले भारत में घुसपैठ कर आई थी। इसके बाद वह कुछ समय तक पश्चिम बंगाल में रही और फिर स्वतंत्रता के संगम विहार में किराए पर रहने लगीं। भारत में अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए भारतीय पहचान की आवश्यकता थी। रिया को भारतीय पहचान इलेक्ट्रानिक मदद में सचिन नाम के शेख नाम के शख्स ने अपनी की और दो लाख रुपये में उसे भारतीय दस बैसावेजों के साथ पासपोर्ट भी करा दिया।
रिलेशन्स कॉमिक्स से मिलना जा रही थी बैन युनिवर्सिटीलादेश
पासपोर्ट मीटिंग के बाद वह एक बार अपनी रिलेशनशीन से मुलाकात के लिए बैन यूक्रेनी लादेश जाना चाहती थी। इसी ख्वाहिश के तहत वह अपनी नई पहचान के साथ आईजीआई एयरपोर्ट तक पहुंच गया। डॉकक्यू मेमोरियल क्रूटनी के दौरान उनकी पोल खुल गई और उन्हें लेकर राजशाही में आईजीआई हवाई अड्डे पुलिस के कब्जे में कर दिया गया। आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने रियल एस्टेट समुदाय को गिरफ्तार कर अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है।
16 जनवरी, 2025, 17:34 IST