
मध्य प्रदेश का ‘पुष्पा’, रातापानी टाइगर रिजर्व में काटे जा रहे बेशकीमती पेड़, वन विभाग को गाजियाबाद तक नहीं
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MP News: मध्य प्रदेश के रातापानी टाइगर रिजर्व में माफिया का जाल बिछ गया है. आरोप है कि यहां बेशकीमती पेड़ों की लगातार कटाई हो रही है। इधर, वन विभाग के अधिकारी अब कार्रवाई की बात कह रहे हैं.

एमपी न्यूज़: रातापानी में पेड़ों की कटाई।
शिवकांत आचार्य
भोपाल. मध्य प्रदेश के रातापानी टाइगर रिजर्व में ‘पुष्पा’ सक्रिय हो गई है। यहां सागवान के हरे-भरे पेड़-पौधों की कटाई की जा रही है। सबसे लेटेस्ट वाली बात तो ये है कि वन विभाग को इसकी खबर तक नहीं है. वन विभाग की नाक के नीचे देर रात तक पेड़ों को काटा जाता है। औबेदुल्लागंज वन मंडल के बिनेका वन परिक्षेत्र के तहत वाले राष्ट्रीय उद्देश्य क्रमांक-12 से लगे बेशकीमती सागौन के जंगल वन माफिया माफिया ले जा रहे हैं। आरोप है कि इसके बाद भी वन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
वन अभ्यारण्य क्षेत्र रातापानी बिनेका और सुल्तानपुर के बीच वन विभाग की ओर से फेंसिग को जंगल माफियाओं ने जंगली जानवरों का रास्ता बना रखा है। फिर रात के अंधेरे में कटी हुई सांगौन की बेसकीमती लकड़ी का परिवहन किया जाता है।
ग्रामीमों में माफिया का डॉ
ग्रामीण इस बात को तो स्वीकार करते हैं कि सागौन काटी जा रही है और वन विभाग समय-समय पर कार्रवाई भी करता है। लेकिन सवाल यह है कि वन विभाग कार्रवाई कर रहा है तो जंगल से कटे गे सागौन के पेड़ों के निशान क्या गंदगी दे रहे हैं? वन माफिया का आतंक इतना है कि ग्रामीण दबी जंजा से पेड कटर की बात कह रहे हैं।
वन मंडल अधिकारी एचके रायकवार का कहना है कि मामला आप अभी हमारे कंप्यूटर में आये हैं। कुछ फोटो और वीडियो भी मिले हैं. मैं चेक करवाता हूं. जो कुछ होगा मैं उत्तरदायित्व कार्रवाई करूंगा। हमारा स्टाफ पूरा लग गया। हमारे पास पर्याप्त स्टाफ है। आपके द्वारा दी गई जानकारी हो उस पर हम कार्रवाई करेंगे।
राजधानी भोपाल से कुछ किलोमीटर की दूरी पर रातापानी अभयान है। जब राजधानी में सरकार की नाक के नीचे यह हाल है और वन माफिया इस तरह से सक्रिय है तो प्रदेश के बाकी हिस्सों का हाल आप ही समझ सकते हैं।
भोपाल,भोपाल,मध्य प्रदेश
20 जनवरी, 2025, 14:20 IST