एंटरटेनमेंट

मंत्रोच्चारण के बीच जेल में बंद कैदियों ने किया संगम स्नान! सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा वीडियो..

एजेंसी:News18 Uttar Pradesh

आखरी अपडेट:

ग्रेटर नोएडा जेल में कैदियों ने महाकुंभ से लाए गंगाजल से स्नान किया. 11 विद्वान पंडितों ने मंत्रोच्चारण किया. जेल अधीक्षक बृजेश कुमार ने बताया कि इस धार्मिक कार्यक्रम में सभी कैदियों ने हिस्सा लिया.

एक्स

जेल

जेल में बंद कैदियों ने किया संगम स्नान.

हाइलाइट्स

  • कैदियों ने महाकुंभ गंगाजल से स्नान किया.
  • 11 विद्वान पंडितों ने मंत्रोच्चारण किया.
  • सभी कैदियों ने धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया.

ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के जिला कारागार में एक अनूठा दृश्य देखने को मिला, जब जेल में बंद कैदियों ने महाकुंभ से लाए गए गंगाजल से स्नान किया. इस धार्मिक कार्यक्रम को लेकर चारों ओर चर्चाएं हो रही हैं. जेल अधिकारियों ने त्रिवेणी संगम से पवित्र जल मंगवाया. इसके बाद 11 विद्वान पंडितों को बुलाया गया, जिन्होंने मंत्रोच्चारण के साथ इस आयोजन को विशेष बना दिया. कैदियों ने ढोल-ताशे के साथ कलश यात्रा निकाली, जो सभी बैरकों में की गई. बंदी इस दौरान पुष्प अर्पित करके कलश का स्पर्श कर आशीर्वाद ले रहे थे. बाद में जेल कुंड में पवित्र जल मिलाया गया, और सभी कैदियों ने एक-एक कर स्नान किया.

“हर हर गंगे” के जयकारों से गूंजा परिसर
जेल अधीक्षक बृजेश कुमार ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि सांस्कृतिक मान्यताओं के अनुसार, अमृत की एक बूंद से पूरा जल पवित्र हो जाता है, और साधु संतों के मंत्रों से इसकी महिमा और बढ़ जाती है. कैदियों ने श्रद्धा के साथ स्नान किया और “हर हर गंगे” और “महादेव की जय जय” के उद्घोष किए. इस कार्यक्रम में सभी कैदियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. कारागार परिसर में रहने वाले परिवारों को भी संगम का पवित्र जल दिया गया, जिसके लिए 500 बोतलें वितरित की गईं.

सोशल मीडिया पर वायरल
इस कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, और लोग इस अद्भुत दृश्य की जमकर तारीफ कर रहे हैं. जिला प्रशासन और जिम्मेदारों की सराहना की जा रही है, जबकि कुछ लोग इसे अलग-अलग तरीके से समझने की कोशिश भी कर रहे हैं.

घरमनोरंजन

मंत्रोच्चारण के बीच जेल में बंद कैदियों ने किया संगम स्नान! सोशल मीडिया में

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *