
IIT और IIIT के बीच का अंतर जानें जो बेहतर है कि IIT और IIIT की प्रवेश प्रक्रिया को जानें
भारत में उच्च तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में अक्सर छात्रों और अभिभावकों को आईआईटी और आईआईआईटी के बीच भ्रम होता है. कई लोग इन दोनों संस्थानों को एक समान समझते हैं, लेकिन वास्तव में ये दोनों कई मायनों में भिन्न हैं.
देश में हैं 23 IIT
आईआईटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) की स्थापना 1950 में खड़गपुर में पहले संस्थान के साथ हुई थी. वर्तमान में देश भर में कुल 23 आईआईटी हैं, जो इंजीनियरिंग, विज्ञान और मानविकी के विविध क्षेत्रों में शिक्षा प्रदान करते हैं. आईआईटी की ब्रांड वैल्यू अत्यधिक है और ये छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय हैं. इनकी औसत वार्षिक फीस लगभग 1.5 लाख रुपये है, जो उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए उचित माना जाता है.
देश में हैं 25 IIIT
आईआईआईटी (भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान) की शुरुआत 1997 में हुई, जब पहला आईआईआईटी, एबीवी आईआईआईटी ग्वालियर की स्थापना की गई. वर्तमान में देश में कुल 25 आईआईआईटी हैं, जिनमें से 5 शिक्षा मंत्रालय द्वारा फाइनेंशियल एड और शासित हैं, जबकि शेष 20 में सार्वजनिक-निजी भागीदारी है. आईआईआईटी की ब्रांड वैल्यू आईआईटी की तुलना में कम है और रैंकिंग भी थोड़ी पीछे है. ये मुख्य रूप से आईटी और कंप्यूटर साइंस कोर्स पर केंद्रित हैं. इनकी औसत फीस लगभग 80 हजार रुपये वार्षिक है, जो आईआईटी की तुलना में काफी कम है.
IIT में ऐसे मिलता है इन कोर्स में एडमिशन
आईआईटी में स्नातक स्तर पर प्रवेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) के माध्यम से होता है, जबकि स्नातकोत्तर प्रोग्राम के लिए गेट, जेएएम, जेएमईटी और सीईईडी जैसी परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं. आईआईटी विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं जैसे बी.टेक (चार वर्षीय), एम.टेक (दो वर्षीय), बी.टेक-एम.टेक ड्यूअल डिग्री (पांच वर्षीय), बी.आर्क (पांच वर्षीय), एम.आर्क (दो वर्षीय), बीएससी (तीन वर्षीय) और पीएचडी (3-5 वर्ष).
IIIT में इस एंट्रेंस से होता है इन कोर्स में एडमिशन
आईआईआईटी मुख्य रूप से सूचना प्रौद्योगिकी और संबंधित क्षेत्रों में विशेषज्ञता के साथ तकनीकी शिक्षा प्रदान करते हैं. इनमें प्रवेश के लिए जेईई मेंस, एनटीए जैसी परीक्षाएं पास करनी होती हैं. आईआईआईटी के पाठ्यक्रमों में बी.टेक (कंप्यूटर विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स में), एम.एससी, एम.ई./एम.टेक, एमबीए/पीजीडीएम, पीजी डिप्लोमा, पीएचडी, इंटीग्रेटेड बी.टेक और एमबीए ड्यूअल डिग्री, व मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक/एमटेक और ड्यूअल डिग्री प्रोग्राम्स शामिल हैं.
https://www.youtube.com/watch?v=xFQH4MIDQRW
यह भी पढ़ें: ये है एक ऐसी सेंट्रल यूनिवर्सिटी जहां SC-ST के लिए 50 प्रतिशत सीटें हैं रिजर्व, जानिए कैसे मिलता है एडमिशन
शिक्षा ऋण की जानकारी:
शिक्षा ऋण ईएमआई की गणना करें