
मटन से कम नहीं है दिखने में गंदी ये सब्जी… खाने से पाइल्स, मोटापा होगा दूर! कब्ज और पेट दर्द में भी कारगर
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Benefits of Eating Suran : सूरन, आलू की तरह जमीन के भीतर होती है. यह सब्जी वैसे तो गंदी दिखती है लेकिन खाने में इसका स्वाद मटन से कम नहीं होता.सूरन खाने में बेहद स्वादिष्ट होता है. सूरन के सेवन से पाइल्स, मोटाप…और पढ़ें

सूरन सब्जी के फायदे
हाइलाइट्स
- सूरन खाने से पाइल्स और मोटापा कंट्रोल होता है.
- सूरन पेट दर्द और कब्ज में भी कारगर है.
- सूरन में विटामिन सी, कैल्शियम, पोटेशियम भरपूर मात्रा में होते हैं.
रायबरेली : बाजार में तरह-तरह की सब्जियां उपलब्ध हैं. हालांकि लोग अपने-अपनी पसंद के अनुसार ही सब्जियां खरीदते हैं. लेकिन कुछ ऐसी भी सब्जियां हैं जिनके बारे में लोगों को जानकारी ही नहीं होती है. आज हम आपको एक ऐसे ही सब्जी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका नाम सुनकर शायद आप चौंक जाएंगे. यह सब्जी जंगलों में पाई जाती है. यह सब्जी कई बीमारियों का रामबाण इलाज है. जी हां हम बात कर रहे हैं जंगलों में पाए जाने वाले सूरन की. जिसे कुछ लोग जिमीकंद के नाम से भी जानते हैं. आप यह सब्जी मार्केट में इसे जरूर देखते होंगे, लेकिन बहुत कम लोग ही इसे खरीदना या खाना पसंद करते हैं. लेकिन सूरन की सब्जी में ढेरों पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं, जो इसे अन्य सब्जियों से सेहत के लिए बेहद हेल्दी बनाते हैं.
रायबरेली जिले के आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ. स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि जिमीकंद रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है.इसमें एंटीऑक्सीडेंट विटामिन सी और बीटा कैरोटीन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. सूरन में कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम से भरपूर मात्रा में पाया जाता है. यह आलू की ही तरह मिट्टी के नीचे लगाया जाता है . इसके सेवन से बवासीर में तो लाभ मिलता ही है, साथ ही पेट दर्द और कब्ज जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग से भी छुटकारा मिलता है. इस सब्जी को वेजीटेरियन लोगों का देसी मटन कहा जाता है.
इन रोगों के इलाज में कारगर
डॉ स्मिता श्रीवास्तव के मुताबिक पोषक तत्वों से भरपूर जिमीकंद बवासीर, सांस संबंधित रोग, गैस और कृमि रोगों से लड़ने में मदद करता है. इसमें फाइबर भी पाया जाता है. जो हमारे शरीर की पाचन क्रिया को फिट रखता है. यह मोटापा भी कंट्रोल करता है. सूरन यानी जिमीकंद की सब्जी को डाइट में शामिल करके मेटाबोलिक रेट में इजाफा किया जा सकता है. इससे बवासीर में होने वाली कब्ज की समस्या में राहत मिलती है और पाचन तंत्र का कामकाज बेहतर होता है.
राए बरेली,राए बरेली,Uttar Pradesh
07 मार्च, 2025, 18:38 है
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.