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युवा सीने में दर्द को एसिडिटी समझने की भूल न करें, हार्ट अटैक का लक्षण भी हो सकता है, तुरंत डॉक्टर के पास जाए

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Chest pain not always acidity: सामान्य रूप से अधिकांश व्यक्ति सीने में दर्द महसूस करते हैं लेकिन कई बार एसिडिटी बहुत ज्यादा हो जाती है. इससे पेट में दर्द और गैस बहुत बढ़ जाती है लेकिन हरदम इसे एसिडिटी ही समझना …और पढ़ें

सीने में दर्द को एसिडिटी समझने की भूल न करें, हार्ट अटैक का लक्षण भी हो सकता

युवाओं में हार्ट अटैक.

सीने में दर्द हमेशा अम्लता नहीं: युवा बहुत तरह से बुरी लत के शिकार हो रहे हैं. अधिकांश युवा सिगरेट की कश में अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं. सिगरेट का धुआं हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है. इसमें सीने में दर्द होता है जो एसिडिटी की तरह महसूस होती है. लेकिन अगर कोई युवा सिगरेट का सेवन कर रहा है और बार-बार सीने में दर्द, जलन या एसिडिटी जैसा महसूस हो रहा है तो इसे हरदम एसिडिटी समझने की भूल नहीं करना चाहिए क्योंकि यह कभी-कभी हार्ट अटैक भी हो सकता है. ऐसे मामलों में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए वरना हार्ट अटैक घातक भी हो सकता है.

स्मोकिंग से धमनियां ब्लॉकेज
रीवा में कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एस के त्रिपाठी बताते हैं कि आजकल स्मोकिंग की लत लोगों के दिल पर भारी पड़ रही है. खासकर युवाओं में. सिर्फ रीवा शहर के अस्पतालों में हर महीने 40 से 50 मरीज हार्ट की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं, जिनमें से अधिकतर के दिल की धमनियों में ब्लॉकेज पाया जा रहा है. युवाओं में स्मोकिंग करने से सिगरेट का धुआं नसों को ब्लॉक कर देता है, जिससे हार्ट में ब्लड सर्कुलेशन बाधित हो जाता है और अटैक का खतरा बढ़ जाता है. कई बार इसमें एसिडिटी जैसे लक्षण होते हैं जिसे लोग मामूली समझ लेते हैं लेकिन यह हार्ट अटैक भी हो सकता है.

खराब लाइफस्टाइल, तनाव सबसे बड़ी वजह
रीवा के कार्डियोलॉजिस्ट एस.के. त्रिपाठी का कहना है कि ठंड के दिनों में हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं, लेकिन अब यह समस्या पूरे साल देखी जा रही है. इसका मुख्य कारण बदलती लाइफस्टाइल, मानसिक तनाव, सोशल मीडिया पर खुद की तुलना करना, शारीरिक गतिविधियों की कमी और खानपान है. खासकर युवाओं में धूम्रपान की लत तेजी से बढ़ रही है, जिससे वे कम उम्र में ही हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं. डॉ. एस के त्रिपाठी कहते हैं सिर्फ रीवा जिले में हर महीने 5 से 6 मरीजों की मौत हार्ट अटैक से हो रही है. कई बार मरीज सीने में दर्द को गैस की समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह घातक साबित हो सकता है. देर से अस्पताल पहुंचने पर कई मरीजों की जान तक चली जाती है. डॉक्टरों का कहना है कि जो लोग अत्यधिक मात्रा में सिगरेट पीते हैं, उनमें हार्ट अटैक का खतरा सबसे अधिक होता है.

कैसे करें खतरे को कम
विशेषज्ञों का कहना है कि हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए लोगों को स्मोकिंग से बचना चाहिए और समय-समय पर दिल की जांच करानी चाहिए. अगर किसी को सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, अत्यधिक पसीना या थकान जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. समय पर इलाज मिलने से हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है. वहीं अगर घर का शुद्ध खाना खाया जाए और बाहर के फास्ट फूड, जंक फूड से बचा जाए तो हार्ट अटैक से बचने का चांस ज्यादा होता है. इसके लिए साबुत अनाज से बना भोजन, हरी पत्तीदार सब्जी, ताजे फल, सीड्स का सेवन करना चाहिए, सिगरेट और शराब से बचना चाहिए और रोज एक्सरसाइज करना चाहिए.

-इनपुट-आईएएनएस

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