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पाकिस्तानी क्रिकेटरों को ‘द हंड्रेड’ लीग में नहीं मिला खरीदार.

आखरी अपडेट:

पाकिस्तान के नसीम शाह, सइम अयूब और शादाब खान को ‘द हंड्रेड’ लीग के ड्राफ्ट में खरीदार नहीं मिला. आईपीएल फ्रेंचाइजी और खराब फॉर्म को वजह माना जा रहा है.

पाकिस्तान की घनघोर बेइज्जती, इंग्लैंड क्रिकेट लीग में नो एंट्री

इंग्लैंड क्रिकेट लीग में पाकिस्तानी क्रिकेट की नो एंट्री, 50 क्रिकेटरों को किसी ने नहीं खरीदा

हाइलाइट्स

  • पाकिस्तानी क्रिकेटरों को ‘द हंड्रेड’ लीग में खरीदार नहीं मिला.
  • नसीम शाह, सइम अयूब और शादाब खान ‘द हंड्रेड’ में नहीं बिके
  • पाकिस्तान के 50 क्रिकेटरों ने ड्राफ्ट में नाम दिया था.

लंदन. पाकिस्तान क्रिकेटरों का खस्ता हाल प्रदर्शन उनके लिए मुसीबत बन गया है. भारत को चैंपियंस ट्रॉफी में कोसना और उसकी जीत पर गलत बयान देना पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से जुड़े तमाम खिलाड़ियों पर भारी पड़ा है. नसीम शाह, सइम अयूब और शादाब खान जैसे पाकिस्तान के टॉप क्रिकेटरों को द हंड्रेड लीग के ड्राफ्ट में कोई खरीदार नहीं मिला. पाकिस्तान के 50 क्रिकेटरों ने नाम दिये थे. पाकिस्तान के 45 पुरूष और पांच महिला क्रिकेटरों के नाम ड्राफ्ट में थे ।

नसीम और शादाब टॉप कैटेगरी में थे जिसमें कीमत 120000 पाउंड थी जबकि अयूब 78500 पाउंड वाले वर्ग में था. महिला क्रिकेटरों में आलिया रियाज, फातिमा सना, युसरा आमिर, इरम जावेद और जावेरिया रऊफ जैसी खिलाड़ियों के नाम थे जिन्हें कोई खरीदार नहीं मिले. इंडियन प्रीमियर लीग के मालिकों द्वारा द हंड्रेड की टीमों में हिस्सा खरीदना इसकी एक वजह हो सकती है.

इस समय चार आईपीएल टीमों मुंबई इंडियंस (ओवल इंविंसिबल्स), लखनऊ सुपर जाइंट्स (मैनचेस्टर ओरिजिनल्स), सनराइजर्स हैदराबाद (नार्दर्न सुपरचार्जर्स) और दिल्ली कैपिटल्स (सदर्न ब्रेव) की द हंड्रेड टीमों में हिस्सेदारी है. इनके अलावा भारतीय मूल के अमेरिकी उद्यमी संजय गोविल ने वेल्श फायर में 50 प्रतिशत हिस्सा ले रखा है. इसके अलावा पाकिस्तानी क्रिकेटरों का सीमित ओवरों के प्रारूप में खराब फॉर्म भी उनके नहीं खरीदे जाने की वजह है.

यह ‘द हंड्रेड’ का पहला सीजन होगा जब इंग्लैंड की प्रमुख टी20 लीग में फ्रेंचाइजी की हिस्सेदारी बेची गई है. जिसमें चार फ्रेंचाइजी अब कुछ हद तक या पूरी तरह से आईपीएल फ्रेंचाइजी के मालिकाना हक में हैं. गौरतलब है कि भारतीय फ्रेंचाइजी जो दक्षिण अफ्रीका, यूएई और अमेरिका में टीमें रखती हैं, उन्होंने शायद ही कभी किसी पाकिस्तानी खिलाड़ी को चुना है और पहले से ही चिंता थी कि ‘द हंड्रेड’ में भी ऐसा ही हो सकता है.

ईसीबी के मुख्य कार्यकारी रिचर्ड गूल्ड ने पहले आश्वासन दिया था कि ‘द हंड्रेड’ में आईपीएल फ्रेंचाइजी का प्रभाव पाकिस्तानी खिलाड़ियों की भागीदारी को सीमित नहीं करेगा. गौरतलब है कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने 2008 में आईपीएल के पहले सीजन में भाग लिया था, लेकिन 2009 के आतंकी हमलों के बाद से देश का कोई भी खिलाड़ी दुनिया की सबसे लोकप्रिय टी20 लीग में भाग नहीं ले सका है.

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