
श्वेता बच्चन और निखिल नंदा की शादी की कहानी: 10 दिनों में लिया फैसला.
आखरी अपडेट:
Shweta Bachchan Nikhil Nanda: श्वेता बच्चन ने निखिल नंदा से 10 दिनों में शादी का फैसला किया. निखिल एस्कॉर्ट्स लिमिटेड के चेयरमैन हैं. उनके दो बच्चे नव्या और अगस्त्य हैं. श्वेता एक राइटर और आंत्रप्योर हैं.

अमिताभ बच्चन बेटी अभिषेक और श्वेता के साथ पोज देते हुए. (फोटो साभारः इंस्टाग्राम @shwetabachchan)
हाइलाइट्स
- श्वेता बच्चन ने 10 दिनों में निखिल नंदा से शादी का फैसला किया.
- निखिल नंदा एस्कॉर्ट्स लिमिटेड के चेयरमैन हैं.
- श्वेता बच्चन एक राइटर और आंत्रप्योर हैं.
मुंबई। अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की बेटी श्वेता बच्चन एक राइटर और आंत्रप्योर हैं. वह समय-समय पर अपने पिता की तरह लिखती रहती हैं. उनकी बेटी नव्या नवेली नंदा भी बिजनेसवुमेन हैं, जबकि बेटे अग्स्त्य नंदा ने ‘आर्चीज’ से बॉलीवुड डेब्यू किया. श्वेता ने 16 फरवरी 1977 को बिजनेसमैन निखिल नंदा से शादी की. एक पुराने इंटरव्यू में श्वेता ने बताया कि उन्होंने निकिल से मिलने के सिर्फ 10 दिनों के भीतर ही शादी का फैसला कर लिया था. श्वेता बच्चन सिमी गरेवाल के शो के एक एपिसोड में अमिताभ बच्चन, जया बच्चन और अभिषेक बच्चन के साथ नजर आईं.
श्वेता बच्चन ने बताया कि अबू जानी और संदीप खोसला ने उन्हें निखिल नंदा से मिलवाया था जब वह कॉलेज से ब्रेक पर मुंबई आई थीं. श्वेता ने कहा, “उन्होंने मुझे उनसे मिलवाया और हम बात करने लगे और हमें एक-दूसरे से अटैचमेंट महसूस हुई… मैं उन्हें सिर्फ 10 दिन से जानती थी और उन्होंने मुझे प्रपोज कर दिया. मैंने पांच मिनट सोचा.”
श्वेता बच्चन ने खुलासा किया कि वह कभी भी निखिल नंदा के साथ डेट पर नहीं गईं. अमिताभ बच्चन ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि मेरे समधी खुश हैं और मेरा दामाद खुश है.” निखिल नंदा और श्वेता बच्चन के दो बच्चे हैं: नव्या नवेली नंदा और अगस्त्य नंदा.
निखिल नंदा का जन्म 18 मार्च 1974 को हुआ था और वह एस्कॉर्ट्स लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. उन्होंने 2018 में अपने पिता राजन नंदा के बाद यह पद संभाला. यह एक इंजीनियरिंग कंपनी है जिसे 1944 में उनके दादा हर प्रसाद नंदा ने स्थापित किया था. निखिल नंदा अक्टूबर 2005 से एस्कॉर्ट्स लिमिटेड में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के रूप में जुड़े थे, फिर सितंबर 2007 में जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर बने.
निखिल नंदा ने सितंबर 2013 में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में कार्यभार संभाला. अपने पिता की 76 वर्ष की आयु में मृत्यु के बाद, उन्होंने कंपनी के चेयरमैन की जिम्मेदारी संभाली. 2001 में, उन्हें जिनेवा में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा ‘ग्लोबल लीडर्स ऑफ टुमॉरो’ में नॉमिनेट किया गया था.