अत्यंत करामाती है यह पौधा, जड़ावत से लेकर पत्ते तक दवा, पायरिया-डायबिटीज सहित कई स्थिर का काल
बागपत. पान प्लांट एक ऐसी औषधि है, जिसका उपयोग पत्ते और जड़ से शरीर को दूर रखकर किया जा सकता है। देश विदेश में पान का बड़े स्तर पर इस्तेमाल किया जाता है और यह शरीर को फायदा देता है। वहीं इसके जड़ के इस्तेमाल से गले में होने वाली बीमारियां और दांत पूरी तरह से सुरक्षित रहते हैं और पान की जड़ किसी भी व्यक्ति की आवाज को मधुर बनाकर बड़ा अहम रोल निभाती है।
आयुर्वेदिक चिकित्सा डॉक्टर राघवेन्द्र चौधरी ने बताया कि पान एक ऐसी औषधि है, जो आसानी से किसी भी जगह मिल जाती है। मुख्यतः इसके पत्ते और जड़ का उपयोग किया जाने वाला मसाला ठीक करने में सक्षम है। पान के सेवन से पाचन शक्ति मजबूत होती है। पान कफ और पितृ दोष को दूर करना है। कण्ठन की समस्या से परामर्श है। हृदय संबंधी समस्याओं को ठीक करने का काम करता है। अपशिष्ट पदार्थों के लिए भी पान का पत्ता बहुत हानिकारक होता है और मूत्र को भी निकालने का काम करता है।
वहीं इसके जड़वत् को दांतों की तलहटी से निकाल दिया जाता है। इसके जड़ो का उपयोग कर मसूड़े दांत और ग्लास को ठीक से रखा जा सकता है। यह आवाज को करने का काम करता है मधुर और दांतों को लंबे समय तक बनाए रखना। मसूड़े में वाली सुग्गन-गलन होने को ठीक कर मसूदे को मजबूत बनाने का काम करती है। यह दांतों में पैर रखने वाली पायरिया जैसी गंभीर बीमारी से तुरंत परेशान हो जाती है।
राघवेन्द्र चौधरी ने बताया कि पान कुछ लोग कई प्रकार से प्रयोग करते हैं। कई तरह के पैन मार्केट में इस्तेमाल किया जाता है। वहीं इसके पत्ते का उपयोग पानी के साथ करने से यह काफी चमत्कारी साबित होता है। वहीं इसके पत्ते का रस का उपयोग प्राकृतिक रूप से करने से यह काफी चमत्कारी होता है। इसके अलावा इसके जड़वात का उपयोग रासायनिक रासायनिक दांतों से राॅन्गाने मसूड़े के उपयोग और प्रभाव गुणगुणा पानी के साथ लेने से यह फायदे वाले लाभ देता है।
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पहले प्रकाशित : 22 जुलाई, 2024, 13:35 IST
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