उत्तर प्रदेश

गुड़गांव के इस पुल को लोगों ने बनाई पसंदीदा जगह, सरकार बनाने जा रही है…

ईटीएच यादव/प्रयागराज: आए दिन देश के अलग-अलग आदर्श बने रहे और बनकर तैयार हो गए पुलों के दहने की खबरें आती रहती हैं। कई पुल तो बनते-बनते ही ढह जाते हैं और कुछ पूरी तरह बनने के कुछ ही दिनों के अंदर भरभरा जाते हैं। ऐसे ही एक दौर में हम आपको 120 साल पुराने एक पुल के बारे में बता रहे हैं जिसका आज भी इस्तेमाल हो रहा है। उत्तर प्रदेश के विषम जिलों में गंगा नदी पर बना 120 साल पुराना कर्जन पुल आज भी जस का तस का नजारा है। आज भी अपनी बस्ती का लोहा मनवा रहा है। हालाँकि, अब यह सेवा में नहीं है लेकिन लोगों ने इसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने का तरीका भी खोज लिया है।

कर्ज़न पुल बन गया जगह जगह
असमंजस में लगातार बढ़ते जा रहे हैं। समुद्री ड्राइव के रूप में नामांकित नागवासुकी मंदिर के किनारे बना नदी तट है तो गौ घाट और सरस्वती घाट रेस्तरां जगह हैं। गंगा नदी पर बना उपनगरीय का कर्ज़न पुल अपने लुभावने और स्थापत्य की वजह से स्थानीय लोगों के लिए मुख्य तटरेखा बन गया है। यहां आने वाले लोग बार-बार इस पुल से निकले गंगा नदी में दूर तक का नजारा देखने का प्रयास करते हैं। यहां से हरा भरा के साथ काफी मनोरम दृश्य दिखता है।

इसी पुल से गंगा किनारे स्थित शिवकुटी मंदिर फाफा घाट और दोनों तरफ स्थित पुल के किनारे आने वाले लोग सेल्फी लेते हुए वीडियो शूट करते मिल जाएंगे।

कर रहे हैं फिटनेस की तैयारी
शहरों में बड़े और खुले मैदान मुश्किल ही मिलते हैं लेकिन, फिटनेस कॉन्शियस लोग विकल्प सर्च ही लेते हैं। कर्ज़न पुल पर फिटनेस के लिए आए सूक्ष्म यादव अनुयायी हैं कि जब से हम छुट्टी की तैयारी कर रहे हैं तब से सुबह या शाम को एक बार इस कर्ज़न पुल दौड़ पर ज़रूर आएं। अगर यहां पुल का एक चक्कर भी पूरा कर लिया जाए तो काफी प्रैक्टिस हो जाती है। एक तरफ से इस पुल की लंबाई 5 किलोमीटर है।

1998 को सबसे पहले सिर झुकाया गया
कर्ज़न पुल सम्‍मिलित, लखनऊ और अयोध्या को रेलवे और रोड मार्ग से जोड़ा गया था जिससे नीचे से ट्रेन सहयोगी थी और ऊपर से वाहन आ गए थे। इस कर्ज़न पुल की आदर्श विशेषताओं और स्थानों को देखते हुए 1998 में इसे मुफ्त सेवा देकर दूसरा विकल्प बनाया गया। यह पुल आज भी रेस्तरां से खड़ा किया गया है, जिसे उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्वाइंट प्लेस बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

टैग: इलाहाबाद समाचार, लोकल18

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